बीकानेर। दो दशक पूर्व तक किसी भी अपराध में लिप्त रहने वाले लोगों को इस विधानसभा चुनाव में पुलिस की पाबंदी की कार्रवाई झेलनी होगी। पुलिस ऐसे लोगों का रिकॉर्ड खंगाल कर पाबंदी की कार्रवाई में जुट गई है।
जिले की सभी विधानसभाओं से ऐसे करीब 800 लोगों को पाबंद भी किया जा चुका है। पुलिस ऐसे लोगों की जानकारी जुटा रही है, जो किसी भी प्रकार के केस में 20 साल पहले तक आरोपी रहे हों।
यदि इन दो दशकों में किसी स्टैंडिंग वारंटी की जमानत भी दी होगी तो पुलिस उसे इस विधानसभा चुनाव में पाबंद करेगी। पुलिस ऐसे लोगों का 20 वर्ष तक का रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है जिनके खिलाफ एफआईआर हुई हो और उसकी चार्जशीट दाखिल की गई हो।
न्यायालय से सजा मिलने वाले और नहीं मिलने वाले दोनों ही पाबंदी की कार्रवाई में आएंगे। चुनाव संबंधी किसी भी अपराध या गतिविधि में शामिल रहे हों, पुराने विवाद के कारण कभी पाबंद हुए हों या किसी भी प्रकार से उनके खिलाफ विपरीत टिप्पणी हुई है, ऐसे लोगों को पुलिस पाबंद करेगी। ऐसे लोगों की जानकारी खास आधार पर जुटा रही है।
पुलिस ने बताया कि ऐसे पुराने आरोपियों का रिकॉर्ड पंच, सरपंच, पटवारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम सचिव, मिड-डे मील प्रभारी, स्कूल के अध्यापक, पीएससी एवं सीएचएससी के कर्मचारी, सीएलजी के सदस्य एवं मीडियाकर्मियों से ऐसे लोगों की जानकारी जुटाकर उनके रिकॉर्ड निकालकर पाबंदी की कार्रवाई की जा रही है।