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Written By WD
Last Modified: शनिवार, 16 नवंबर 2013 (18:32 IST)

सराफ के सामने अर्चना की कड़ी चुनौती

-मुकेश बिवाल, जयपुर से

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2013
KANAK MEDIA
जयपुर शहर की मालवीय नगर विधानसभा सीट पर इस बार सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच जोरदार मुकाबला है। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार भाजपा के मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ को कांग्रेस उम्मीदवार अर्चना शर्मा से कड़ी चुनौती मिल रही है, जिससे यह मुकाबला अब काफी रोचक बन गया है।

भाजपा उम्मीदवार सराफ जहां क्षेत्र में कराए गए अपने विकास कार्य व पार्टी कार्यकर्ताओ के बल पर अपनी जीत को सुनिश्चत बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार भी अपनी पार्टी की युवा ब्रिगेड की ताकत और केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से लागू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं के सहारे अपनी जीत का दावा कर रही हैं।

पिछली बार की तुलना में इस बार यहां भाजपा को अपना वर्चस्व बनाए रखने में काफी पसीना बहाना पड़ रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकारों ने इस बार काफी सोच-विचार के बाद इस सीट पर अपने प्रत्याशी का चयन किया है, क्योंकि वे जानते हैं कि सराफ जैसे पार्टी के कद्दावर व अनुभवी नेता को पटकनी देना आसान नहीं है।

सराफ के पास पार्टी के कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज तो है ही साथ में क्षेत्र के हर वर्ग व जाति के शीर्ष लोगों से सीधा संपर्क है। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने इस बार चतुराईभरा निर्णय लेते हुए हुए इस सीट से महिला को टिकट देकर उलटफेर की मंशा जाहिर की है।

KANAK MEDIA
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि महिला होने के नाते अर्चना को लोगों का विश्वास और भरोसा हासिल करने में काफी मदद मिलेगी, साथ ही अर्चना के पति भी राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं और इस समय अर्चना के समर्थन में मैदान में उतरे हुए हैं, जिससे क्षेत्र के युवा मतदाताओं का समर्थन हासिल करने में कांग्रेस उम्मीदवार को असानी रहेगी।

सराफ जौहरी बाजार विधानसभा सीट से भी विधायक रह चुके हैं, इसलिए वे शहर का जाना पहचाना चेहरा हैं, लेकिन अर्चना भी पूर्व में मालवीय नगर क्षेत्र से वार्ड पार्षद रह चुकी हैं और नगर निगम बोर्ड में रहते हुए अर्चना ने क्षेत्र के लोगों के बीच अच्छी पैठ जमाई है, यही कारण रहा कि वे यहां पार्टी का टिकट हासिल करने में कामयाब हो गईं। अब देखना यह है कि अनुभव और उम्र में सराफ से काफी छोटी अर्चना पार्टी की झोली में यह सीट डालने में सफल होंगी या नहीं।