बीकानेर। चुनावी महासमर अब मात्र बारह दिन दूर है। अब तक चुनावी माहौल की रंगत से बेरंग नजर आ रहे बीकानेर में अब रफ्ता-रफ्ता चुनावी रंग में रंगता नजर आ रहा है। गाड़ियों के काफिले तो नहीं लेकिन खुली गाड़ियों में प्रचार करते प्रत्याशी और यहां-वहां कुछ झण्डियां नजर आने लगी हैं।
हालांकि इस बार चुनावी शोर आचार संहिता में दबा नजर आ रहा है, लेकिन जैसे-जैसे चुनावी तिथि नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे प्रचार का शोर सुनाई देने लगा है। शहर में सोमवार को शहर के कई इलाकों में प्रत्याशियों की नुक्कड़ सभाओं में प्रचार के लिए कुछ झण्डियां टंगी देखी गईं। वहीं एक प्रत्याशी के समर्थकों ने रामपुरा बस्ती में खुली गाड़ी में घूम-घूम कर लोगों से वोट मांगे।
हालांकि बहुत ज्यादा चुनावी शोर अभी नजर नहीं आ रहा है, लेकिन इसके रफ्ता-रफ्ता जोर पकडऩे की उम्मीद है। हालांकि ज्यादातर प्रत्याशी घर-घर वोट मांगने को मुनासिब समझ रहे हैं। प्रत्याशी बिना शोर-शराबे के एक समूह में जाकर लोगों के घर पहुंचकर पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं।
युवाओं की टोली जरूर नारेबाजी के साथ प्रचार में जुट गई हैं, लेकिन अभी शहर पूरी तरह चुनावी रंग में नहीं रंगा है। आचार संहिता के कारण प्रत्याशी खर्चे से बचने के लिए पोस्टर बैनरों का उपयोग बेहद कम कर रहे हैं। इसके ऊपर भी अनुमति के झंझट ने प्रत्याशियों के उत्साह को कम किया है।