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Last Updated : बुधवार, 15 नवंबर 2023 (15:34 IST)

बीकानेर में रेलवे ट्रैक क्यों बना सबसे बड़ा चुनाव मुद्दा?

बीकानेर में रेलवे ट्रैक क्यों बना सबसे बड़ा चुनाव मुद्दा? - why rail track becomes election issue in bikaner
Bikaner election news : राजस्थान के बीकानेर शहर के मुख्य बाजार में से होकर गुजरने वाली रेल लाइन बड़ा चुनावी मुद्दा बन गई है। यह रेल लाइन बीकानेर को एक तरह से पूर्व व पश्चिम बीकानेर में बांटती है। लोगों का कहना है कि रेल लाइन के कारण लगने वाला ट्रैफिक जाम बंद होना चाहिए और नेता एलिवेटेड रोड उपलब्ध कराने का अपना वादा पूरा करें।
 
इलाके में रहने वाले लोगों ने कहा कि रेल लाइन के कारण पूरे बाजार में रोजाना ट्रैफिक जाम होता है एक स्थानीय नागरिक केके गहलोत ने बताया कि यह रेल लाइन शहर पर एक बोझ है। इस वजह से पूरे शहर का विकास रुका हुआ है। शहर दो भागों में बंटा हुआ है - पूर्व और पश्चिम। इलाके में जाम लग जाता है तो चिकित्सकीय आपात स्थिति जैसे हालात में खासी दिक्कत होती है क्योंकि यातायात को सुचारू होने में कम से कम एक घंटा लगता है।
 
उन्होंने कहा कि इससे पहले, विधानसभा बजट के दौरान बाईपास के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया था, लेकिन बाद में कुछ भी नहीं हुआ। किसी भी पार्टी के नेता ने इस मुद्दे को हल करने के लिए कोई पहल नहीं की है।
 
उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टी के नेता केवल आरोप-प्रत्यारोप में शामिल हो सकते हैं। वे बस यही करते हैं। कोटे गेट और शीतला गेट के पास के बाजारों में स्थित रेल लाइन बीकानेर को पूर्व और पश्चिम भाग में बांटती है। इस ट्रैक पर हर दिन लगभग 30 से 35 ट्रेनें 30 मिनट से एक घंटे के अंतराल पर दौड़ती हैं।
 
बीकानेर पूर्व से मौजूदा विधायक भाजपा की सिद्धि कुमारी अपनी पार्टी के टिकट पर दोबारा किस्मत आजमा रही हैं, वहीं कांग्रेस नेता बुलाकी दास कल्ला बीकानेर पश्चिम से विधायक हैं और दोबारा चुनाव मैदान में हैं।
 
बीकानेर पश्चिम निवासी गणेश खत्री ने बताया कि हम चाहते हैं कि इस समस्या का जल्द समाधान हो। चार दशकों से हम इस समस्या का सामना कर रहे हैं और इसका समाधान खोजने की हमारी मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है।
 
उन्होंने कहा कि पूरे शहर के नागरिक इस समस्या से तंग आ चुके हैं। अगर एलिवेटेड रोड बना दी गई होती तो शायद हमें इतनी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।
 
बीकानेर पश्चिम के एक अन्य निवासी ने कहा कि इस क्षेत्र के आसपास यातायात जाम आम समस्या है। यह पूरे दिन होता है। यहां तक कि एम्बुलेंस के लिए भी कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है।
 
बाजार क्षेत्र में काम करने वाले तीस वर्षीय मजदूर मोहम्मद रमजान ने कहा कि ज्यादातर लोग क्षेत्र के आसपास काम करते हैं या अपने कार्यस्थलों पर जाने के लिए रेलवे ट्रैक पार करते हैं। ये लोग समय पर गंतव्य पहुंचने के लिये अपने घरों से कम से कम एक घंटा पहले निकलते हैं।
 
इस मुद्दे पर निवर्तमान विधायक और बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी बुलाकी दास कल्ला ने कहा कि अगर वह फिर से सत्ता में आए तो एलिवेटेड रोड बनाकर रेलवे ट्रैक का मुद्दा सात महीने में हल कर दिया जाएगा।
 
कल्ला ने बताया कि मैं विकास कार्यों के आधार पर चुनाव लड़ रहा हूं। अगले 7 महीनों में, अगर कोई कानूनी बाधा नहीं हुई तो लोगों को शहर के ठीक बीच में रेलवे ट्रैक पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
 
उन्होंने आगे कहा कि रानी बाजार में अंडरब्रिज का निर्माण दो महीने पहले शुरू हुआ था। शहर के अन्य हिस्सों में 75 फीसदी सड़कें ठीक हो चुकी हैं, बाकी पर काम अभी भी चल रहा है।
 
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा तथा मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
 
बीकानेर पश्चिम से भाजपा उम्मीदवार जेठानंद व्यास ने कांग्रेस नेता कल्ला पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पार्टी ने शहर के विकास के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि बीकानेर राजस्थान के प्रमुख शहरों में से एक है, फिर भी यह अविकसित है। कांग्रेस ने इस निर्वाचन क्षेत्र का विकास नहीं किया और उनकी लापरवाही के कारण, यह पिछड़ा क्षेत्र बना हुआ है। बीकानेर पश्चिम में कोई अच्छे कॉलेज नहीं हैं, और रेलवे भी नहीं है।
 
व्यास ने कहा कि शहर के बीच में ट्रैक एक बड़ा मुद्दा है। मैं बीकानेर के लोगों के सभी मुद्दों को हल करने का संकल्प लेता हूं। मुझे लगता है कि केवल एक ही चीज़ रेलवे ट्रैक के मुद्दे को हल कर सकती है और वह है एलिवेटेड रोड।
 
उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में कल्ला को हराने का भरोसा जताया और कहा कि मुझे यकीन है कि भाजपा यह चुनाव भारी बहुमत से जीतेगी। (भाषा)
 
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