घोड़ों को नहीं घास, गधे खा रहे च्यवनप्राश, क्या हैं गडकरी के बयान के मायने?
Nitin Gadkari News: भाजपा के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी खरी-खरी बातों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। वे अपने ही नेताओं और अपनी पार्टी पर तंज करने में नहीं चूकते। राजस्थान के हनुमानगढ़ में एक चुनावी सभा में कहा कि घोड़ों को घास नहीं मिल रही है और गधे च्यवनप्राश खा रहे हैं। अंत में यह कहने में नहीं चूके कि 'समझदार को इशारा ही काफी है'।
गडकरी के इस बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इसको लेकर लोग तरह के अनुमान भी लगा रहे हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने यह किस संदर्भ में कहा है। हालांकि हनुमानगढ़ की सभा में गडकरी ने भाजपा को जिताने की अपील की और कहा कि डबल इंजन की सरकार को वापस लाना है।
हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने अपने तरीके से इसके अर्थ निकाले हैं। डॉ. विजय शंकर तिवारी एक्स पर पोस्ट में कहा- समझने वाले समझ गए, जो ना समझे वो अडानी है, ओह सारी अनाड़ी है। समझ समझकर समझ जो समझे, वही टेलीप्रांपटरवा का खिलाड़ी है। बेचारा गधा भी....
जसविंदर सिंह ने लिखा- नितीन गड़करी जी ने लगता बगावत का बिगल बजा दिया है, तभी तो गघे की परिभाषा समझा रहे हैं। नितिन गड़करी जी ने साफ संकेत दे दिया है कि भाजपा में जबर्दस्त भूचाल आने वाला है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala