• Webdunia Deals
  1. कुंभ मेला
  2. प्रयागराज कुंभ मेला 2025
  3. प्रयागराज कुंभ मेला न्यूज
  4. Prayagraj Mahakumbh 2025 is all set for the event
Last Updated : शनिवार, 4 जनवरी 2025 (11:25 IST)

Maha Kumbh 2025: 12 किमी घाट, 29 मंदिरों का श्रृंगार, महाकुंभ में स्वागत को तैयार संगम

Maha Kumbh 2025: 12 किमी घाट, 29 मंदिरों का श्रृंगार, महाकुंभ में स्वागत को तैयार संगम - Prayagraj Mahakumbh 2025 is all set for the event
Maha Kumbh 2025 Prayagraj : महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) के आयोजन को लेकर संगम नगरी, प्रयागराज पूरी तरह तैयार है। देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं।ALSO READ: Maha Kumbh 2025 : भस्म लपेटे नागा साधुओं का महाकुंभ में प्रवेश, श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई देख दंग रह गए लोग
 
साधु-संतों का प्रयागराज पहुंचना शुरू : साधु-संतों का प्रयागराज पहुंचना शुरू हो चुका है और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करने के लिए कई नई सुविधाओं का निर्माण और पुरानी धरोहरों का सौन्दर्यीकरण किया है।ALSO READ: Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के पहले दिन बन रहा शुभ संयोग, जानिए कुंभ स्नान के नियम
 
29 प्राचीन मंदिरों का सौन्दर्यीकरण : महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से 29 प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार और सौन्दर्यीकरण किया गया है। इन मंदिरों को ऐतिहासिक महत्व के साथ ही आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है ताकि श्रद्धालु सुगमता से दर्शन कर सकें।ALSO READ: Prayagraj kumbh mela 2025 date: प्रयागराज में महाकुंभ स्नान कब से कब तक चलेगा?
 
12 किलोमीटर लंबे अस्थायी घाटों का निर्माण : पवित्र गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर 12 किलोमीटर लंबे अस्थायी घाटों का निर्माण किया गया है। ये घाट श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान और अनुष्ठान के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक स्थान प्रदान करेंगे। घाटों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था, लाइटिंग और स्वच्छता सुनिश्चित की गई है।ALSO READ: महाकुंभ में कौन सा अखाड़ा सबसे पहले करता है स्नान? जानिए अंग्रेजों के समय से चली आ रही परंपरा का इतिहास
 
8 किलोमीटर लंबी नई सड़कें : महाकुंभ के लिए गंगा के किनारे 8 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई गई हैं जिससे स्नान घाटों, मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों तक श्रद्धालु आसानी से पहुंच सकें। इन सड़कों पर यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।ALSO READ: महाकुंभ मेला 2025: श्रद्धालुओं के लिए रेलवे की सौगात, जानिए स्पेशल ट्रेनों की क्या है व्यवस्था
 
देश-विदेश से उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ : महाकुंभ में भाग लेने के लिए भारत के विभिन्न राज्यों और विदेशों से लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचने लगे हैं। जिला प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रांसपोर्ट, चिकित्सा, पेयजल और ठहरने की व्यवस्था की है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं को कुंभ मेले की जानकारी प्रदान करने के लिए डिजिटल सूचना केंद्र भी बनाए गए हैं।ALSO READ: प्रयागराज महाकुंभ में जारी होगी हिन्दू आचार संहिता, कुरीतियों को दूर करने पर जोर
 
महाकुंभ 2025 का यह भव्य आयोजन न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक है बल्कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को भी प्रदर्शित करता है। जिला प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जुटे हुए हैं।ALSO READ: पीएम मोदी ने बताया, महाकुंभ में कैसे होगा AI chatbot का इस्तेमाल?
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
पौष पुत्रदा एकादशी व्रत 2025, जानिए महत्व, पूजा विधि और पारण का समय