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Last Updated :नई दिल्ली , रविवार, 16 फ़रवरी 2025 (13:59 IST)

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़, 18 लोगों की मौत, कई घायल

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़, 18 लोगों की मौत, कई घायल - Massive stampede at New Delhi Railway Station
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार शाम मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें कुछ की हालत गंभीर है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि वह घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज खंगालेंगी ताकि घटना के संबंध में सटीक जानकारी मिल सके। प्लेटफार्म संख्या 14 और 15 पर प्रयागराज (जहां महाकुंभ का आयोजन किया गया है) जाने वाली ट्रेन पर सवार होने के लिए यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई। घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है।\

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया शोक : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना में लोगों की मौत होने पर रविवार को शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में लोगों की मौत होने के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार शाम को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ जैसी स्थिति में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि अधिकारी इससे प्रभावित सभी लोगों की सहायता में जुटे हैं।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ (जैसी स्थिति) से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस स्थिति से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं।
दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने पहले बताया था कि लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल में 15 लोगों को मृत अवस्था में लाया गया था और दो को छोड़कर सभी मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है। आतिशी ने बताया कि लगभग 15 लोग घायल हैं और उनका इलाज किया जा रहा है।

भगदड़ के मृतकों की हुई पहचान : मृतकों की पहचान आशा देवी (79), पिंकी देवी (41), शीला देवी (50), व्योम (25), पूनम देवी (40), ललिता देवी (35), सुरुचि (11), कृष्णा देवी (40), विजय साह (15), नीरज (12), शांति देवी (40), पूजा कुमारी (आठ), संगीता मलिक (34), पूनम (34), ममता झा (40), रिया सिंह (सात), बेबी कुमारी (24) और मनोज (47) के रूप में हुई है।
मृतकों में पांच नाबालिग शामिल है, जिनमें से दो की उम्र 10 वर्ष से कम थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्लेटफॉर्म में बदलाव के बारे में गलत घोषणा से भ्रम की स्थिति पैदा हुई, जिसके कारण भगदड़ मची। एलएनजेपी अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात करने का आदेश दिया गया है।
 
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई और कई यात्री दम घुटने के कारण बेहोश हो गए। पुलिस उपायुक्त (रेलवे) ने आधिकारिक बयान में बताया कि जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफार्म संख्या 14 पर खड़ी थी तब वहां पहले से ही लोगों की भारी भीड़ थी।
अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस देरी से चल रही थीं और इन ट्रेन के यात्री भी प्लेटफार्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे। उन्होंने कहा, रेलवे द्वारा हर घंटे 1,500 सामान्य टिकट बेचे जा रहे थे जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई और स्थिति बेकाबू हो गई। प्लेटफार्म संख्या 14 पर और प्लेटफार्म संख्या 16 के निकट ‘एस्केलेटर’ (स्वचालित सीढ़ियों) के पास भगदड़ मच गई।
 
यह घटना रात करीब नौ बजकर 55 मिनट पर हुई जिसके तत्काल बाद प्राधिकारियों ने कार्रवाई की। पीड़ितों में से एक ने बताया कि भगदड़ में उसकी मां की मौत हो गई। उसने कहा, हम बिहार के छपरा जा रहे थे लेकिन भगदड़ में मेरी मां की मौत हो गई। लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे। उसने कहा, चिकित्सक ने मेरी मां की मौत होने की पुष्टि की है। मृतक के परिवार की एक अन्य महिला सदस्य दुःख के कारण बेहोश हो गई।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि प्राधिकारियों ने तुरंत बचाव दलों को भेजा। उत्तर रेलवे के जन संपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि भारी भीड़ के कारण कुछ यात्री एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे जिससे कुछ यात्री घायल हो गए और उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
 
रक्षामंत्री राजनाथ ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से अत्यंत दुखद खबर मिली है। मैं रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण हुई मौतों से बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ‘एक्स’ पर एक ‘पोस्ट’ साझा कर लोगों की मौत होने पर दुख व्यक्त किया, लेकिन बाद में उन्होंने इस पोस्ट को संपादित कर हताहतों की संख्या के उल्लेख करने वाले शब्दों को हटा दिया। सक्सेना ने अपने मूल ‘पोस्ट’ में लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण लोगों के हताहत होने की दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना हुई।

उन्होंने कहा, पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। हालांकि करीब 15 मिनट बाद सक्सेना ने अपनी ‘पोस्ट’ को संपादित कर लोगों की मौत होने का संदर्भ हटा दिया और इसके लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।
 
एक यात्री धर्मेंद्र सिंह ने कहा, मैं प्रयागराज जा रहा था लेकिन कई ट्रेन देरी से चल रही थीं या रद्द कर दी गई थीं। स्टेशन पर बहुत भीड़ थी। मैंने इस स्टेशन पर पहली बार इतनी भीड़ देखी। मेरे सामने ही छह-सात महिलाओं को ‘स्ट्रेचर’ पर ले जाया गया।
एक अन्य यात्री प्रमोद चौरसिया ने कहा, मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का ‘स्लीपर क्लास’ का टिकट था, लेकिन ‘कन्फर्म’ टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। मेरे एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए। बहुत ज्यादा धक्कामुक्की हुई। हम अपने बच्चों के साथ बाहर इंतजार कर रहे थे और इस तरह से सुरक्षित रहे।
 
लोगों की मौत होने की पुष्टि से पहले, रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के आने के कारण भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई और कई लोग बेहोश हो गए। कुमार ने कहा, हमने अचानक हुई अप्रत्याशित भीड़ को कम करने के लिए तुरंत चार विशेष ट्रेन चलाने का फैसला किया। अब भीड़ काफी कम हो गई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ की घटना पर दुख जताया : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में लोगों की मौत होने पर रविवार को गहरा दुख प्रकट किया। योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। उन्होंने कहा, प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति, शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
 
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में कई लोगों के हताहत होने की अत्यंत दु:खद सूचना प्राप्त हुई है। ईश्वर से प्रार्थना है कि हादसे में घायल हुए लोगों को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें और दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ओम शांति:।
 
क्या कहा राज्यपाल ने : दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ‘अव्यवस्था और भगदड़’ के कारण लोगों की मौत और घायल होने की घटना ‘दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद’ है। सक्सेना ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव और दिल्ली पुलिस आयुक्त को स्थिति को हल करने का निर्देश दिया है। उपराज्यपाल ने कहा कि इस घटना के पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। सक्सेना ने कहा कि वे लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव को आपदा प्रबंधन उपाय लागू करने और राहत कर्मियों को तैनात करने के लिए कहा गया है। सक्सेना ने कहा, सभी अस्पताल संबंधित आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को मौके पर मौजूद रहने तथा राहत उपायों पर नियंत्रण रखने का निर्देश दिया गया है।

घटना को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने की रेलमंत्री अश्विनी वैष्‍णव से मुलाकात : नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर भगदड़ के मामले में गृहमंत्री अमित शाह ने पहले अपने घर पर ही रेलमंत्री अश्विनी वैष्‍णव से मुलाकात की। इसके बाद उन्‍होंने दिल्‍ली के उपराज्‍यपाल और दिल्‍ली पुलिस कमिश्‍नर से फोन पर बात की।
 
क्या बोले अधिकारी : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार शाम भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिससे प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर अफरातफरी मच गई। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, यह घटना रात करीब 9 बजकर 55 मिनट पर हुई। इसके बाद आपात प्रतिक्रिया की आवश्यकता पड़ी।
 
रेलवे पीआरओ ने क्या कहा : उत्तर रेलवे के जन संपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि भारी भीड़ के कारण कुछ यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दे दिया, जिससे कुछ यात्री घायल हो गए और उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
 
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया, सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद ही वास्तविक कारण का पता चलेगा। हालांकि हमें जो पता चला है, उसके अनुसार कुछ लोगों ने एक-दूसरे को धक्का दिया। उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की जांच के लिए गठित समिति के दो सदस्यों के नाम रविवार को घोषित किए। इसने कहा कि उत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक नरसिंह देव और उत्तर रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त पंकज गंगवार समिति के सदस्य हैं।

रेलवे ने की पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा : रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपए अनुग्रह राशि के तौर पर देने की रविवार को घोषणा की। रेलवे ने कहा कि गंभीर रूप से घायलों को ढाई-ढाई लाख रुपए और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को एक-एक लाख रुपए दिए जाएंगे।
 
भगदड़ की घटना की पुलिस ने शुरू की जांच : दिल्ली पुलिस ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की घटना की रविवार को जांच शुरू कर दी जिसके तहत सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर यह पता लगाया जाएगा कि अफरातफरी क्यों मची।
 
पुलिस सूत्रों ने कहा, हमारा मुख्य लक्ष्य भगदड़ के मुख्य कारण की जांच करना है। हम सीसीटीवी फुटेज और उस दौरान की गई घोषणाओं का सारा डेटा एकत्र करेंगे। उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म में बदलाव के बारे में संभवत: गलत घोषणा के कारण भ्रम की स्थिति पैदा हुई और भगदड़ मच गई।

असदुद्दीन ओवैसी ने की एसआईटी के गठन की मांग : ‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन’ (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की घटना पर शोक व्यक्त करते हुए इस त्रासदी की न्यायिक निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से स्वतंत्र जांच कराए जाने की मांग की।
 
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने भारतीय रेलवे की प्रणालीगत विफलताओं की स्वतंत्र जांच कराए जाने की भी मांग की। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। यह ऐसी त्रासदी है जिसे रोका जा सकता था।
 
ओवैसी ने कहा, जो कुछ हुआ, भाजपा सरकार उसे छिपाने की कोशिश कर रही है। इसके बजाय यह किया जाना चाहिए: 1. त्रासदी की जांच के लिए एक स्वतंत्र, न्यायिक निगरानी वाली एसआईटी गठित की जानी चाहिए 2. भारतीय रेलवे की प्रणालीगत विफलताओं की स्वतंत्र जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे लाखों भारतीयों की जीवनरेखा है और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के कुप्रबंधन की जद में नहीं आनी चाहिए।
Edited By : Chetan Gour