शनिवार, 16 अगस्त 2025
Choose your language
हिन्दी
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
Follow us
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
इंदौर
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
जन्माष्टमी
एकादशी
सनातन धर्म
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
क्रिकेट
अन्य खेल
धर्म संग्रह
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
इंदौर
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
जन्माष्टमी
एकादशी
सनातन धर्म
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
क्रिकेट
अन्य खेल
धर्म संग्रह
×
Close
धर्म-संसार
व्रत-त्योहार
अन्य त्योहार
Radhashtami 2021
Written By
सम्बंधित जानकारी
Radha Ashtami 2021: राधाष्टमी व्रत, जानिए पूजन विधि, महत्व एवं आरती
Radha ashtami : कैसे हुआ था राधा रानी का जन्म, जानिए उनका परिवार
राधाष्टमी : राधा-कृष्ण के अमर प्रेम की 5 अनूठी-अनसुनी कथाएं
14 सितंबर को राधा अष्टमी व्रत, जानिए राधा रानी के बारे में
राधा अष्टमी : श्री कृष्ण से कितने साल बड़ी थीं श्री राधा?
14 सितंबर, राधा अष्टमी पर पढ़ें विशेष सामग्री...हर लिंक पर एक नया राज खुलेगा...
राधा अष्टमी विशेष
14 सितंबर को श्री राधा जी की जयंती मनाई जाएगी। पढ़ें राधा अष्टमी पर विशेष सामग्री-
क्लिक कीजिए, लिंक पर एक नया राज खुलेगा...
ALSO READ:
14 सितंबर को राधा अष्टमी व्रत, जानिए राधा रानी के बारे में
ALSO READ:
Radha ashtami : कैसे हुआ था राधा रानी का जन्म, जानिए उनका परिवार
ALSO READ:
राधा अष्टमी : श्री कृष्ण से कितने साल बड़ी थीं श्री राधा?
ALSO READ:
श्री राधा और श्री रुक्मिणी में क्या अंतर है, जानिए
ALSO READ:
राधाष्टमी : कैसे हुई थी राधा जी की मृत्यु
ALSO READ:
जब श्रीकृष्ण ने नहीं किया राधा से विवाह तो उनके पति कौन थे?
ALSO READ:
श्री राधा और सीता के 10 अंतर और समानताएं आपको अचरज में डाल देंगी
ALSO READ:
Shri Radha Names : श्री राधा जयंती पर पढ़ें राधा रानी के 32 नाम
ALSO READ:
श्रीराधा के 5 राज, जिनसे आप अब तक हैं अनजान
ALSO READ:
श्री राधा और श्री रुक्मिणी में क्या अंतर है, जानिए
ALSO READ:
राधाष्टमी : राधा-कृष्ण के अमर प्रेम की 5 अनूठी-अनसुनी कथाएं
ALSO READ:
Radha Ashtami 2021: राधाष्टमी व्रत, जानिए पूजन विधि, महत्व एवं आरती
हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
हमारे साथ Telegram पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
ये भी पढ़ें
अनंत चतुर्दशी के दिन करते हैं यह 5 महत्वपूर्ण कार्य
वेबदुनिया पर पढ़ें :
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
ज़रूर पढ़ें
बांके बिहारी मंदिर में सिर्फ जन्माष्टमी पर ही क्यों होती है मंगला आरती, क्या है रहस्य
Mangala aarti at Banke bihari mandir: वृंदावन, प्रेम और भक्ति का वह केंद्र जहां भगवान कृष्ण की हर लीला जीवंत हो उठती है। यहाँ के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में, दर्शन और आरती के समय की अपनी एक अनूठी परंपरा है। यह मंदिर अपनी दिनचर्या में भगवान कृष्ण को एक बच्चे की तरह मानता है और उनकी देखभाल करता है। यही कारण है कि यहाँ साल भर में केवल एक ही दिन, यानी जन्माष्टमी के पावन पर्व पर, मंगला आरती होती है। बाकी दिनों में यहां सुबह इतनी जल्दी आरती नहीं होती। तो आखिर क्या है इस मनमोहक परंपरा के पीछे का रहस्य और मान्यताएँ? आइए, जानते हैं।
घर में कुत्ता पालने से कौन-सा ग्रह मजबूत होता है?
Dog Astrology: कुत्ते को हिन्दू धर्म में यम का दूत कहा गया है। कुत्ते को हिन्दू देवता भैरव महाराज का सेवक माना जाता है। यदि हम ग्रहों की बात करें तो कुत्ता पालने से शनि और केतु ग्रह के दोष समाप्त हो जाते हैं लेकिन लाल किताब के अनुसार कुछ लोगों को कुत्ता पालना महंगा पड़ सकता है उनके ग्रह उल्टा परिणाम दे सकते हैं।
जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को 8 वक्त क्यों लगाएं भोग, जानिए रहस्य
Eight time worship of Krishna: इस बार भगवान श्रीकृष्ण का 5252वां जन्मोत्सव मनाया जाएगा। उदयातिथि के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी इस बार 16 अगस्त 2025 शनिवार को मनाई जाएगी। हालांकि स्मार्त मत वाले 15 अगस्त और वैष्णव मत वाले 16 अगस्त को यह पर्व मनाएंगे। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद की अष्टमी तिथि की अर्धरात्रि को रोहिणी नक्षत्र और जयंती योग में हुआ था। इसलिए प्रचलन से घर या मंदिर में उनकी पूजा अर्धरात्रि को निशीथ काल में की जाती है। इस दिन के दौरान मथुरा और वृंदावन के मंदिरों में उन्हें 8 समय भोग लगाया जाता है, ऐसा क्यों?
जन्माष्टमी पर अपनाएं श्री कृष्ण नीति के ये 5 गुण, सफलता चूमेगी आपके कदम
Lord Krishna Success Tips: जन्माष्टमी का पर्व सिर्फ भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन में सही मार्गदर्शन पाने का भी अवसर है। श्रीकृष्ण केवल एक दिव्य अवतार नहीं, बल्कि एक आदर्श मित्र, कुशल राजनीतिज्ञ, श्रेष्ठ मार्गदर्शक और जीवन प्रबंधन के महान शिक्षक भी थे। उनकी वाणी, कर्म और नीति आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी हजारों साल पहले थी।
जन्माष्टमी के अवसर पर पढ़िए श्रीमद्भागवत गीता के 10 सबसे प्रभावशाली श्लोक और उनके अर्थ
geeta ke shlok arth sahit: यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत । अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥ परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । धर्मासंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे ॥
वीडियो
और भी वीडियो देखें
धर्म संसार
17 अगस्त 2025 : आपका जन्मदिन
17 August Happy Birthday: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 17 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी...
17 अगस्त 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त
Today Shubh Muhurat 17 August 2025: आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें...
निसंतान दंपत्ति के लिए वरदान है संतान सप्तमी का व्रत, जानें कब है संतान सप्तमी और क्यों है खास?
Santan Saptami Significance and Puja Vidhi: हिंदू धर्म में कई ऐसे व्रत और त्योहार हैं, जो संतान की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और सुरक्षा के लिए रखे जाते हैं। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण व्रत है संतान सप्तमी। यह व्रत न केवल संतान की मंगल कामना के लिए किया जाता है, बल्कि निसंतान दंपत्तियों के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। आइए जानते हैं इस व्रत का महत्व, तिथि और संपूर्ण पूजा विधि।
अजा जया एकादशी कब है, क्या है इसका महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त
Bhadrapada Ekadashi fast 2025: अजा एकादशी/ जया एकादशी का व्रत वर्ष 2025 में कब है? जानें इस व्रत का महत्व, पूजा का शुभ मुहूर्त और पारण का समय। यह लेख आपको अजा एकादशी 2025 की संपूर्ण जानकारी देगा, जिससे आप व्रत सही विधि से कर सकें।
जन्माष्टमी के कितने दिन बाद मनाई जाती है राधाष्टमी? जानें तिथि पूजा विधि और महत्व
Radha Ashtami 2025 tithi and Puja Vidhi: भारतीय संस्कृति में भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी का अटूट संबंध है। जहां एक ओर पूरा देश जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव में डूबा रहता है, वहीं कुछ ही दिनों बाद उनकी प्रिय राधा रानी का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है, जिसे राधाष्टमी कहते हैं। कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि ये दोनों पर्व आपस में कैसे जुड़े हैं और इनके बीच कितने दिनों का अंतर होता है।
Hide
Back