प्रत्येक मैच में गोल करने का लक्ष्य-संदीप
भारत के स्टार ड्रैग फ्लिकर संदीपसिंह ने अपने लिए एक निजी लक्ष्य रखा है। वह लंदन ओलिम्पिक खेलों के प्रत्येक हॉकी मैच में कम से कम एक गोल जरूर करना चाहते हैं और उन्होंने कहा कि उम्मीद है टीम बीजिंग ओलिम्पिक में नहीं खेलने की निराशा को इस बार पीछे छोड़ देगी।भारत को ओलिम्पिक में अपने पहले मुकाबले में 30 जुलाई को हॉलैंड से भिड़ना है। संदीप ने अपने लक्ष्य के बारे में कहा, लंदन ओलिम्पिक में मेरा लक्ष्य प्रत्येक मैच में एक गोल करना है। मुझे उम्मीद है कि मैच के नाजुक मौके मैं पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में कामयाब रहूंगा। भारतीय टीम की रणनीति में ड्रैग फ्लिकर संदीप की मुख्य भूमिका रहती है। संदीप को उम्मीद है कि वे रणनीति में कामयाब हो पाएंगे और सबकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। संदीप ने कहा, मैं कभी यह नहीं सोचता कि मैं दुनिया का सबसे अच्छा ड्रैग फ्लिकर हूं, लेकिन प्रत्येक दिन कुछ न कुछ सीखने के लिए गंभीरता से अभ्यास करता हूं। मैं केवल ड्रैग फ्लिकर नहीं बनना चाहता, बल्कि मैं एक संपूर्ण हॉकी खिलाड़ी बनना चाहता हूं क्योंकि अगर आप ड्रैग फ्लिकर होते हो और अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हो तो कभी भी आपको टीम से बाहर किया जा सकता है। संदीप और इग्नेस टिर्की मौजूदा हॉकी टीम के ऐसे दो अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो 2004 के एथेंस ओलिम्पिक खेलों में भी खेले थे। इसके बाद से भारतीय हॉकी टीम का खराब दौर शुरू हुआ। भारत 2006 के विश्व कप में 11वें स्थान पर रहा और आठ बार ओलिम्पिक चैम्पियन भारतीय हॉकी टीम 2008 बीजिंग ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई। संदीप ने कहा, पुरुष हॉकी प्रतियोगिता में भारत को ग्रुप बी में रखा गया है। इस ग्रुप में पिछले विजेता जर्मनी के अलावा हॉलैंड ऐसी टीम है, जिनसे भारतीय टीम को टक्कर लेनी है। (भाषा)