ट्रेनिंग से बेहतर प्रदर्शन करना होगा-थामस
भारतीय निशानेबाजी कोच सनी थामस आगामी ओलिम्पिक में मिलने वाली कड़ी प्रतिस्पर्धा से अच्छी तरह वाकिफ हैं और उन्होंने अपने शिष्यों को गुरुमंत्र देते हुए कहा है कि लंदन खेलों के दौरान सफलता हासिल करने के लिए चमत्कार की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें ट्रेनिंग के दौरान के अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।लगातार पांचवें ओलिम्पिक में भारतीय निशानेबाजों को कोचिंग की जिम्मेदारी निभा रहे थामस ने कहा, आपको ट्रेनिंग या पूर्व में हुई प्रतियोगिताओं के दौरान के अपने प्रदर्शन को दोहराना होगा या इससे बेहतर करना होगा। आपको स्पर्धा के दिन कोई चमत्कार करने की जरूरत नहीं है। लंदन ओलिम्पिक खेलों के दौरान भारतीय निशानेबाजी टीम की संभावनाओं के बारे में पूछने पर थामस ने कहा, एथेंस में हमने रजत और बीजिंग में कांस्य पदक जीता था। मैं उम्मीद करता हूं कि यहां हम बेहतर नतीजे हासिल करेंगे। ओलिम्पिक के दौरान लंदन में तेज हवाएं चलने की संभावना हैं, लेकिन भारतीय कोच ने कहा कि उनके निशानेबाज इसके लिए तैयार हैं, थामस ने कहा, निशानेबाजों ने हालात से सामंजस्य बैठा लिया है। वैसे भी वे यूरोप में ट्रेनिंग कर रहे हैं इसलिए मौसम समस्या नहीं होगी, क्योंकि वे सभी इसके आदी हैं। देश के लिए पदक के प्रबल दावेदारों में इस बार भारतीय निशानेबाजों की सूची सबसे लंबी है और थामस ने कहा कि देश के निशानेबाजों ने लगातार अच्छा प्रदर्शन करके यह ख्याति हासिल की है। उन्होंने कहा, हम पिछले इतने वर्षों से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन हमें उचित महत्व नहीं मिला। थामस ने कहा, हमने इतने सारे चैम्पियन, रिकॉर्डधारक तैयार किए लेकिन वे सभी सुर्खियां नहीं बने।हालांकि जब राठौड़ ने एथेंस में रजत पदक जीता तो दुनिया ने भारतीय निशानेबाजों पर ध्यान देना और उन पर नजर रखना शुरू किया। जब अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग में स्वर्ण पदक जीता तो कइयों को इससे हैरानी हुई होगी लेकिन हमें नहीं।इसका कारण यह है कि वे इससे पहले विश्व जूनियर चैम्पियन और फिर विश्व सीनियर चैम्पियन रहा था। भारतीय कोच ने साथ ही कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों के अलावा विश्व कप और विश्व चैम्पियनशिप में भारतीय निशानेबाजों के अच्छे प्रदर्शन ने भी भारत में इस खेल के प्रति दिलचस्पी जगाई है और अब निशानेबाजों के प्रदर्शन पर ध्यान दिया जाता है तथा कई युवा इस खेल के प्रति आकर्षित हुए हैं। (भाषा)