मैरीकॉम को कांस्य, लुका सेमीफाइनल में
भारत की स्टार महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को 51 किग्रा भार वर्ग में बुधवार को यहां ब्रिटेन की दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी निकोला एडम्स के हाथों शिकस्त के साथ लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। टिंटु लुका हालांकि महिला 800 मीटर दौड़ के सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही।मणिपुर की दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम ने कड़ा संघर्ष किया लेकिन अपने से लंबी विरोधी खिलाड़ी निकोला के डिफेंस को भेदने में नाकाम नहीं। मेजबान देश की मुक्केबाज ने एक्सेल एरेना में सेमीफाइनल मुकाबला 11-6 से जीतकर पांच बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम की स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया। निकोला फ्लाइवेट वर्ग में विश्व चैंपियनशिप की दो बार की उपविजेता हैं।मुक्केबाजी के सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों मुक्केबाजों को कांस्य पदक मिलता है और इस तरह से मैरीकॉम ने कांस्य पदक अपने नाम कर लिया। उन्हें हालांकि यह पदक निकोला और चीन की विश्व चैंपियन रेन कानकन के बीच होने वाले स्वर्ण पदक मुकाबले के बाद मिलेगा।मैरीकॉम के इस पदक के साथ ही लंदन ओलिंपिक में भारत के पदकों की संख्या चार हो गई है। देश ने अब तक एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। पदकों की संख्या के लिहाज से यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले उसने बीजिंग 2008 में अभिनव बिंद्रा के स्वर्ण पदक सहित कुल तीन पदक जीते थे।मैरीकॉम के बाहर होने के बाद मुक्केबाजी में भारत की पदक की उम्मीद अब एल. देवेंद्रो सिंह पर टिक गई है जिन्हें पुरुष फ्लाइवेट (49 किग्रा) वर्ग के क्वार्टर फाइनल में आयरलैंड के मुक्केबाज पैडी बार्नेस का सामना करना है और इस मुकाबले के विजेता का कम से कम कांस्य पदक पक्का हो जाएगा।भारत की ओर से सबसे बड़ी चुनौती 48 किग्रा वर्ग में पांच बार की विश्व चैंपियन और दो जुड़वां बच्चों की मां मैरीकॉम थीं, लेकिन उन्हें चारों राउंड में ब्रिटेन की मुक्केबाज के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी। जजों ने मेजबान देश की मुक्केबाज के पक्ष में 3-1, 2-1, 3-2, 3-2 से फैसला सुनाया। इससे पहले लुका हीट नंबर दो में दो मिनट 1.75 सेकंड के समय के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में कामयाब रहीं। इस हीट में गत विश्व चैंपियन मारिया साविनोवा (दो मिनट 1.56 सेकंड) और अमेरिकी की एलिस शिमिट (दो मिनट 1.65 सेकेंड) ने उनसे बेहतर प्रदर्शन किया।प्रत्येक छ: हीट से शीर्ष तीन धावकों जबकि उसके बाद की शीर्ष छ: धावकों ने कल (भारतीय समयानुसार रात 12 बजे (शुक्रवार) होने वाले सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। अपनी हीट में चौथी लेन से शुरुआत करने वाली लुका पहले लैप में कुछ समय के लिए दूसरे स्थान पर थी, लेकिन इसके बाद वे चौथे स्थान पर खिसक गईं और ऐसा लग रहा था कि वे सेमीफाइनल के लिए स्वत: क्वालीफाई नहीं कर पाएंगी।दिग्गज धावक पीटी उषा के मार्गदर्शन में सीखने वाली 23 वर्षीय लुका ने हालांकि अंतिम लम्हों में मोरक्को की मल्लिका अकाओइ (दो मिनट 1.78 सेकंड) को पछाड़कर अपनी हीट में तीसरा स्थान और स्वत: क्वालीफिकेशन हासिल कर लिया।लुका हालांकि इस दौरान दो मिनट 1.09 सेकंड के अपने सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से थोड़ी धीमी रही और अगर उन्हें फाइनल के लिए क्वालीफाई करना है तो सेमीफाइनल में अपने समय में कुछ सेकंडकी कटौती करनी होगी।लुका का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक मिनट 59.17 सेकंड है लेकिन वे हीट में 13वें स्थान पर रहीं। 24 प्रतिस्पर्धियों के बीच होने वाले सेमीफाइनल मुकाबले में से आठ को अंतिम राउंड में जगह मिलेगी। इससे पहले कल देर रात चक्का फेंक के फाइनल में जगह बनाने वाले विकास गौड़ा पदक की दौड़ में पिछड़ गए और निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए अंतिम राउंड में आठवें स्थान पर रहे। क्वालीफिकेशन में 65.20 मीटर की दूरी तक चक्का फेंककर फाइनल में जगह बनाने वाले गौड़ा अंतिम राउंड में 65 मीटर की दूरी भी तय नहीं कर पाए। अमेरिका में बसे गौड़ा ने पहले प्रयास में चक्के को 64.79 मीटर की दूरी तक फेंका और यही उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साबित हुआ। उन्हें संभवत: ठंड और बीच में हुई बारिश के कारण भी परेशानी झेलनी पड़ी।इस बीच भारतीय पहलवान बीजिंग ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता सुशील कुमार की अगुआई में कल अपने ओलिंपिक अभियान की शुरुआत करेंगे और भारत के लिए कुछ पदक जीतने की कोशिश करेंगे। भारतीय पहलवानों ने बीजिंग में सुशील कुमार के कांस्य पदक के रूप में एक पदक जीता था और अब एक्सेल एरेना में कल फ्री स्टाइल स्पर्धा की शुरुआत के साथ वे पदकों की संख्या बढ़ाने के इरादे से उतरेंगे।ओलिंपिक में भारत इस बार रिकॉर्ड पांच पहलवानों के साथ उतर रहा है जिसमें सुशील कुमार (66 किग्रा) के अलावा योगेश्वर दत्त (60 किग्रा), नरसिंह यादव (74 किग्रा), अमित कुमार दाहिया (55 किग्रा) और गीता फोगट (महिला 55 किग्रा) शामिल हैं। इसमें सुशील और योगेश्वर पदक के प्रबल दावेदार हैं। (भाषा)