1928 में जली 'ओलिम्पिक मशाल'
आठवें ओलिम्पिक खेल 1928 में आयोजित किए गए थे और और इसका मेजबान बना एम्सटर्डम और यहीं ओलिम्पिक 'ओलिम्पिक मशाल' के लिए भी मील का पत्थर साबित हुआ। यहाँ पर सबसे पहली बार एक ऊँची मीनार पर पवित्र ओलिम्पिक मशाल जलाई गई, जो पूरे खेलों के दौरान जलती रही। इसके बाद से ओलिम्पिक खेलों में मशाल की परम्परा शुरु हुई जो 1912 के लंदन ओलिम्पिक तक जारी है।आठवें ओलिम्पिक खेलों की खासियत* आठवें ओलिम्पिक खेलों में एशियाई एथलीटों ने भी स्वर्ण पदक जीते। जापान के मिकियो ओदा ने तिहरी कूद में तथा उनके दलीय साथी योशियूकी सुरूता ने 200 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक में स्वर्ण जीता।* जर्मन महिला एथलीट लिना रैडके-बैटशॉवर ने 800 मीटर में स्वर्ण पदक जीता। एथलेटिक्स में जर्मनी को मिलने वाला यह पहला स्वर्ण पदक था।* हंगरी ने तलवारबाजी में स्वर्ण जीता और उसके बाद इस खेल में लगातार छः स्वर्ण जीते।* आठवें ओलिम्पिक खेलों में महिलाओं को एथलेटिक्स में शामिल किया गया। हालाँकि इससे पहले भी वे टेनिस, गोल्फ, तीरंदाजी, फिगर स्केटिंग, सेलिंग, तैराकी और तलवारबाजी में भाग लिया करती थीं।* महिलाओं के लिए 100 मीटर दौड़ पहले ट्रैक खेल के रूप में ओलिम्पिक में शामिल हुई। संयुक्त राज्य की बेट्टी रॉबिंसन ने आधे मीटर के अंतर से स्वर्ण जीता। 4×100 मीटर रिले में भी उन्होंने रजत पदक जीता।