भारतीयों की अंग्रेजी अच्छी
अंग्रेजी भाषा सामान्य बोलचाल की भाषा बन रही है और इस भाषा का इस्तेमाल ब्रिटेन के लोगों की तुलना में शेष दुनिया के लोग कहीं अधिक संख्या में करते हैं इसलिए इस भाषा के उच्चारण की शिक्षा देने के लिए नए तरीके की जरूरत है।अध्ययन में बताया गया है कि अंग्रेजी भाषा के सही उच्चारण को ‘माई फेयर लेडी’ जैसी फिल्मों में दिखाया गया है लेकिन गैर अंग्रेजी भाषी देशों में इसकी पारस्परिक बोधगम्यता के लिए इसे रोका जाना चाहिए।इस तरह से अंग्रेजी बोलने वाले एक चीनी और भारतीय वक्ता को इस भाषा को सही रूप में बोलने के लिए अपने जन्म स्थान या देश को छिपाना नहीं चाहिए। इसके बजाय उन्हें अपनी बोली और उच्चारण के साथ बोलने में आजादी महसूस करना चाहिए ताकि वे जो कुछ भी बोले वह स्पष्ट और बोधगम्य हो।इस अध्ययन को लिसेस्टर विश्वविद्यालय के ‘फेस्टीवल ऑफ पोस्टग्रेजुएट रिसर्च’ में पेश किया गया। अध्ययन में देशज वक्ताओं की ध्वनि को रेखांकित किया गया है। अध्ययन में यह सुझाव दिया गया है कि बोधगम्यता आधारित उच्चारण का तरीका शिक्षण कार्य में अधिक उचित होगा।