वॉशिंगटन। आगामी छह मई को व्हाइट हाउस में दो भारतीय मूल की महिलाओं का सम्मान किया जाएगा। अपर्णा भट्टाचार्य, प्रमिला जयपाल और शिरीन जमां के साथ बारह अन्य एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीपों की महिलाओं को 'चैम्पियंस ऑफ चेन्ज' के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
एएपीआई (एशियन अमेरिकन और पैसिफिक आईलैंडर) हेरिटेज मंथ के एक भाग के तौर पर एशियाई अमेरिकी, हवाई की मूल निवासियों और प्रशांत महाद्वीपीय क्षेत्रों की महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा जो अपने असाधारण प्रयासों से अधिक समान, संरक्षित और समृद्ध भविष्य के लिए अपने समुदायों और देश की सेवा कर रही हैं।
भट्टाचार्य इम्मीग्रेंट परिवारों के सदस्यों और यौन हिंसा के शिकार लोगों के लिए बतौर वकील काम करती हैं। वे रक्षा इन्कॉ, अटलांटा जॉर्जिया में एक भारतीय अमेरिकी कार्यकर्ता हैं जो इम्मीग्रेंट्स लोगों के लिए काम करती हैं। अमेरिका पर आतंकी हमले के बाद जयपाल ने एक अलाभकारी संगठन वन अमेरिका की नींव डाली जो अब वॉशिंगटन में सबसे बड़ा इम्मीग्रेंट एडवोकेसी संगठन है जो फेयर इम्मीग्रेशन रिफॉर्म आंदोलन और राइट्स वर्किंग ग्रुप चलाती हैं। वे फिलहाल वॉशिंगटन लॉ स्कूल में डिस्टिंगुइश्ड फेलो हैं।
वॉशिंगटन, डीसी में रहने वाली शिरीन जमां एक थिंकटैंक इंस्टीट्यूट फॉर सोशल पॉलिसी एंड अंडरस्टेंडिंग की कार्यकारी निदेशक हैं और अमेरिका तथा विदेशों में मुस्लिम समुदाय से संबंधित मुद्दों को लेकर सक्रिय हैं।