आईआरएस स्कैम का 'रनर' गिरफ्तार
न्यू यार्क। भारत में कॉल सेंटरों के घोटाले की योजना का एक रनर अशोक कुमार 'एंडी' पटेल को स्कॉमबर्ग, इलिनॉयस से गिरफ्तार कर लिया गया है। एफबीआई के विशेष एजेंट एंड्र्यू नाम्बू ने उसके खिलाफ शिकायत की थी जिसे 28 जून को खोला गया था। उसे सात जुलाई वॉरसेस्टर कोर्ट में पेश किया गया जहां कि वह धोखाधड़ी के दौरान रह रहा था और उसे बिना जमानत के अपनी ही स्वीकारोक्ति पर छोड़ दिया गया था।
पटेल पर तीन आरोप लगाए गए हैं कि उसने वायर में फ्रॉड किया, वायर फ्रॉड का षडयंत्र रचा और मनी लाउंड्रिंग (धोखाधड़ी से मिले पैसों को ठिकाने लगाने) का अपराधी समझा गया। जब इंडिया वेस्ट के एक रिपोर्टर ने नाम्बू से कार्यालय में मामले में कुछ कहने को कहा तो उनका कहना था कि वे जांच के अधीन मामले के बारे में कुछ नहीं कहेंगे।
आपराधिक शिकायत के अनुसार पटेल पर कम से कम तीन बूढ़े निवासियों से अवैध तरीके से पैसा हासिल किया जोकि मैसाचुएट्स के रहने वाले थे। उसने इस लोगों को सीआईडी का अटॉर्नी बनकर दस महीने तक अवैध पैसा वसूला। 'वीए' के नाम से ज्ञात इस व्यक्ति पास लैंडलाइन पर बहुत से कॉल किए थे। जब उसने कॉलर का एक फोन के जवाब में बात की तो आरोपी ने खुद को अमेरिकी सरकार का एटॉर्नी बताया था। उसने इस महिला बीस हजार डॉलर की राशि और बहुत से मनीपैक कार्ड्स खरीदने को कहा था।
इंडिया वेस्ट डॉट कॉम पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार इस मामले के बहुत से आरोपी और उनका कार्यक्षेत्र भारत में हैं और भारत सरकार ने ऐसे कई लोगों के आवास पर छापा मारा और कार्रवाई की है। लेकिन इस कार्रवाई के बाद भी कई आरोपी मिलकर फिर एकजुट हो गए हैं और कार्रवाई का सामना करने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं।