नशे की हालत में तरुण ने क्या किया...आगे पढ़ें..
बताया जा रहा है कि यह घटना पिछले सप्ताह गोवा में 'थिंक इवेंट' के दौरान घटी। नशे की हालत में तरुण ने इस लड़की का यौन उत्पीड़न किया। उन्होंने उसके कपड़े फाड़ दिए और उससे भी आगे बढ़ गए..
इस लड़की ने अपनी शिकायत में लिखा कि मैं उनकी बहुत इज्जत करती हूं। वे मेरे पिता के समान हैं। उन्होंने 2 बार मेरे साथ हरकत की और मैं रोते हुए अपने कमरे में आई। मैंने अपने साथ हुई हरकत के बारे में मैग्जिन के सहयोगी ईशान, शौगत और जी. विष्णु को बताया।
लड़की ने लिखा कि जब मैंने अपने साथ हुई शर्मनाक घटना के बारे में तरुण की बेटी को बताया तो तरुण काफी नाराज हो गए...मैं डर गई थी..
गुरुवार की दोपहर 3 बजे तरुण ने तहलका मैग्जिन की प्रबंध संपादक शोमा चटर्जी को मेल भेजा और शोमा ने शाम 7 बजे अपने सहयोगियों को बताया कि तरुण अगले 6 माह तहलका में नहीं रहेंगे। वे छुट्टी ले रहे हैं।
पत्रकारिता जगत के लिए काला धब्बा...आगे पढ़ें..
मीडिया में सवाल खड़ा हो रहा है कि यह मामला पुलिस में क्यों नहीं जा रहा है? आखिर नैतिकता के नाते तरुण का 6 माह तक तहलका से अलग रहने का निर्णय सही है? क्या यौन उत्पीड़न के इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस खुद संज्ञान ले सकती है?
सनद रहे कि देश के सबसे बड़े स्टिंग ऑपरेशन के लिए तरुण तेजपाल और अनिरुद्ध बहल पूरे देश में सुर्खियों में आए थे। तब भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण को कैमरे में रुपए लेते हुए कैद किया था। इस खुलासे के बाद ही बंगारू को अपना पद गंवाना पड़ा था।
यही नहीं, तहलका ने 2001 में स्टिंग ऑपरेशन के जरिए मैच फिक्सिंग के बड़े खुलासे का पर्दाफाश किया था। तरुण तेजपाल देश के सम्मानित पत्रकार माने जाते हैं। 28 साल के पत्रकारिता करियर में उन्होंने देश के कई बड़े अखबार और पत्रिकाओं में काम किया।
समूचा पत्रकार जगत तरुण की इस हरकत से स्तब्ध है। पत्रकारिता के जानकार लोग इसे काला दिन बताने से भी नहीं चूक रहे हैं। उनका कहना था जो तरुण गलत कामों पर अंगुली उठाया करते थे, आज खुद उन पर अंगुली उठ रही है...
तेजपाल ने शोमा भेजे पत्र में क्या लिखा...आगे पढ़ें..
तहलका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी को लिखे पत्र में तरुण तेजपाल ने कहा, ‘पिछले कुछ दिन बहुत परीक्षा वाले रहे और मैं पूरी तरह इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। एक गलत तरह से लिये फैसले, परिस्थिति को खराब तरह से लेने के चलते एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई जो उन सभी चीजों के खिलाफ है जिनमें हम विश्वास करते हैं और जिनके लिए संघर्ष करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने संबंधित पत्रकार से अपने दुर्व्यवहारके लिए पहले ही बिना शर्त माफी मांग ली है लेकिन मैं महसूस कर रहा हूं कि और प्रायश्चित की जरूरत है।'
तहलका के संस्थापक सदस्य तेजपाल ने अपने पत्र में लिखा है, ‘क्योंकि इसमें तहलका का नाम जुड़ा है और एक उत्कृष्ट परंपरा की बात है, इसलिए मैं महसूस करता हूं कि केवल शब्दों से प्रायश्चित नहीं होगा। मुझे ऐसा प्रायश्चित करना चाहिए जो मुझे सबक दे। इसलिए मैं तहलका के संपादक पद से और तहलका के दफ्तर से अगले छह महीने के लिए खुद को दूर करने की पेशकश कर रहा हूं।’
बाद में शोमा चौधरी ने तहलका के अन्य कर्मियों को एक मेल भेजकर घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘यह आपमें से कई लोगों के लिए अजीब हैरानी की बात हो सकती है। एक अप्रिय घटना घटी और तरुण तेजपाल ने इस मामले में शामिल अपनी सहयोगी से बिना शर्त माफी मांगी है। वह अगले 6 महीने के लिए तहलका के संपादक पद से अलग रहेंगे।’