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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , शनिवार, 26 अप्रैल 2014 (20:00 IST)

चौतरफा घिरे रामदेव, भाजपा ने इस तरह किया बचाव...

चौतरफा घिरे रामदेव, भाजपा ने इस तरह किया बचाव... -
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दलित पर दिए गए आपत्तिजनक बयान पर योग गुरु बाबा रामदेव चौतरफा घिर गए हैं। एक ओर लखनऊ में बाबा रामदेव पर एक एफआईआर दर्ज की गई है तो दूसरी तरफ कांग्रेस, बसपा, जदयू समेत सभी राजनीतिक दलों ने मामले को हवा देते हुए रामदेव के बयान की कड़ी निंदा की है।
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बसपा प्रमुख मायावती ने रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेजने की मांग की और कहा कि ऐसा नहीं होने पर पूरे देश में रामदेव के खिलाफ जबर्दस्त आंदोलन शुरू किया जाएगा। मायावती ने लखनऊ में आयोजित एक रैली के दौरान कहा कि मैं मुख्य चुनाव आयुक्त और सपा सरकार को कहना चाहती हूं कि वह रामदेव के बयान के खिलाफ दलित अधिनियम के द्वारा महिला उत्पीड़न को रोकने के लिए बनाए गए कानून के तहत मुकदमा कराकर जेल भेजा जाए।

उधर, कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने बाबा रामदेव की टिप्पणी को न सिर्फ राहुल गांधी बल्कि दलितों और महिलाओं का अपमान करने वाला बताया। उन्होंने बाबा रामदेव को नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा पैरोकार बताते हुए कहा कि इस आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए मोदी और भाजपा को दलित समाज तथा महिलाओं पर अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए।

अगले पन्ने पर... सफाई में क्या बोले रामदेव...


राहुल गांधी 'हनीमून और पिकनिक' के लिए दलितों के घर जाते हैं, वाले अपने बयान पर मचे बवाल के बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने दलित समुदाय के प्रति अफसोस जताया लेकिन दावा किया कि उनकी टिप्पणी का गलत अर्थ निकाला गया है।

हालांकि रामदेव ने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ‘‘लोकप्रियता पाने की कोशिश, पिकनिक या पर्यटन’’ के लिए गरीबों के घर जाते हैं।

रामदेव ने दावा किया, 'मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला गया। हनीमून का वक्त समाप्त हो गया है जैसे शब्द का राजनीतिक भाषा में सामान्य प्रयोग होता है। मैंने इसका प्रयोग उसी अर्थ में किया था। मेरी मंशा माननीय राहुल गांधी या दलित समुदाय का अपमान करने की नहीं थी।

उन्होंने कहा कि यदि शब्द के प्रयोग से किसी समुदाय, विशेष रूप से दलित समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं उसपर अफसोस जाहिर करता हूं।

किसने किया रामदेव का बचाव... अगले पन्ने पर...


भाजपा ने योगगुरु का बचाव करते हुए कहा कि रामदेव संत हैं और उनके शब्दों को उसी परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए, जिस परिप्रेक्ष्य में वे कहे गए हैं।

भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, रामदेव संत हैं। जब वे हनीमून जैसे शब्द का चयन करते हैं, जो अंग्रेजी का है तो परिप्रेक्ष्य समझना चाहिए और इसके गलत मायने नहीं निकालने चाहिए। उन्होंने कहा कि रामदेव द्वारा कहे गए शब्द का वह मतलब जरा भी नहीं है, जैसा कांग्रेस नेता अपनी धारणा के हिसाब से देख रहे हैं।

एक अन्य भाजपा नेता उदित राज, जो खुद दलित हैं, ने कहा कि रामदेव ने दलितों के खिलाफ कुछ गलत नहीं कहा है और दलितों के प्रति उनकी भावना गलत नहीं है।

उन्होंने कहा कि हनीमून शब्द अलग-अलग परिप्रेक्ष्यों में देखा जाता है। पार्टियों, लोगों के बीच हनीमून होता है और कारोबारी समुदाय के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। इसका इस्तेमाल यह कहने के लिए भी किया जाता है कि अरविन्द केजरीवाल का हनीमून खत्म हो गया। इसे इसी परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए और रामदेव के शब्दों का कोई गलत अर्थ नहीं निकालना चाहिए।

उदित राज ने कहा कि हनीमून के व्यापक मायने हैं और इसका केवल एक अर्थ नहीं है लेकिन यदि रामदेव ने गलत कहा होता तो खुद वे और अन्य कई लोग इसका विरोध करते। उन्होंने कहा कि शब्द का अर्थ और इसके इस्तेमाल के पीछे की मंशा को सही परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए। स्वामी रामदेव ऐसे नहीं हैं कि किसी गलत परिप्रेक्ष्य के लिए इस शब्द का स्तेमाल करें। दलितों के प्रति उनकी मंशा गलत नहीं है।

जब पूछा गया कि रामदेव तो भाजपा के सदस्य नहीं हैं तो भाजपा उनके लिए स्पष्टीकरण क्यों दे रही है, राज ने कहा कि हमें स्पष्टीकरण देने की इसलिए जरूरत है क्योंकि रामदेव भाजपा का समर्थन करते आए हैं और इसी वजह से उनका समर्थन करना हमारा कर्तव्य है।