इस दिव्य एकाक्षरी मंत्र से करें देवी पूजन
दुर्गा सप्तशती एवं श्रीमद् देवी भागवत के मूल खंड में देवी के नौ स्वरूपों की विस्तार से व्याख्या की गई है। साधक उस विधि से भी आराधना कर सकते हैं। प्रतिपदा से नवमी तक मनाए जाने वाले शक्ति उपासना के पर्व शारदीय नवरात्र में देवी के नौ रूपों की शक्ति स्वरूप में आराधना की जाती है। देवी के इन नौ रूपों में प्रत्येक रूप के लिए एकाक्षरी मंत्र का प्रयोग उत्तम माना जाता है।
मां की आराधना के इस विशेष पर्व पर उपासकों को नौ दिन तक मां दुर्गा के नौ रूपों की साधना एकाक्षरी मंत्र से करने पर शुभ फल प्राप्त होता है। ऐसा करने से समस्त बाधा, अरिष्ट व अनिष्ट का नाश होता है तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए इन एकाक्षरी बीज मंत्र का जाप करें-
ॐ शैल पुत्र्यैय नमः
ॐ ब्रह्मचारिण्यै नम:
ॐ चन्द्रघंटेति नम:
ॐ कुष्मांडैय नम:
ॐ स्कंदमातैय नम:
ॐ कात्यायनी नम:
ॐ कालरात्रैय नम:
ॐ महागौरेय नम:
ॐ सिद्धिदात्रैय नम: