आदिवासी हर्बल जानकार अपने आस-पास पाई जाने वाली वनस्पतियों से ही साधारण और खतरनाक रोगों को मिटाने तक का दावा करते हैं। मजे की बात ये भी है कि इनके बताए काफी सारे फार्मुलों में ऐसी जडी-बूटियाँ उपयोग में लायी जाती है जो हम घर-आँगन या हमारी रसोई में पायी जाती है। गर्मियां सर पर हैं और ऐसे में कई लोगों को नकसीर (नाक से खून बहने की शिकायत) से जूझता हुआ देखा जा सकता है। चलिए जानते हैं किन साधारण वनस्पतियों को लेकर इस समस्या से निपटा जा सकता है।
हरे ताजे धनिया की पत्तियाँ लगभग २० ग्राम और उसमें चुटकी भर कपूर मिला कर पीस लें और रस छान लें। इस रस की दो बूँदे नाक के छिद्रों में दोनों तरफ टपकाने से तथा रस को माथे पर लगा कर हल्का-हल्का मलने से नाक से निकलने वाला खून, जिसे नकसीर भी कहा जाता है, तुरंत बंद हो जाता है।