पाठक अक्सर देसी नुस्खों की मांग करते हैं। परंपरागत देसी नुस्खों में कई जड़ी बूटियाँ ऐसी भी हैं जिन्हें आज बाजार से हासिल करना असंभव सा हो गया है। लगभग अप्राप्य औषधियों के नुस्खे पाठकों के सामने परोसने का कोई अर्थ नहीं है। इसीलिए यहां ऐसे नुस्खे दिए जा रहे हैं जिनकी सामग्री आपकी किचन में मिल सकेगी। देसी मसालों को कांबिनेशन से तैयार रेसीपी आपके लिए लाए हैं आदिवासियों की परंपरागत औषधियों पर कार्य कर रहे डॉ. दीपक आचार्य। डॉ. आचार्य अहमदाबाद के एक संस्थान में गुजरात के आदिवासियों द्वारा इस्तेमाल की जा रही परंपरागत औषधियों और जड़ी बूटियों पर शोध कर रहे हैं। वे पाठकों के लिए हर दिन एक नया नुस्खा केवल हमारे लिए लिख रहे हैं।
देसी शैंपू
यदि आप सोचते हैं कि बाजार के घातक रसायनयुक्त शैंपू आपको रूसी से छुटकारा दिला सकते हैं तो यह आपकी भूल है। अब तक आप कई चमकीले दावों वाले शैंपू आजमा चुके हैं, अब देसी पारंपरिक नुस्खों को आजमाने की बारी है। कैसे बनाएं
अदरक को बारीक पीसकर 2 चम्मच रस तैयार कर लें। इसमें तीन चम्मच तिल का तेल या जैतून का तेल मिला लें। इसमें 5-6 बूंद निंबू का रस मिला लें। नहाने से पहले इस मिश्रण को बालों की जड़ों तक उंगलियों के हल्के दबाव के साथ लगाकर मालिश कर लें। 20 मिनट तक ऐसा ही छोड़ दें। फिर बालों को धो लें। सप्ताह में 2-3 बार इस नुस्खे को आजमाएं।
कल आपको बताएंगे कि हल्दी लीवर, दिल और फेफड़ों के लिए टॉनिक है या नहीं---