Last Modified: अयोध्या ,
गुरुवार, 23 सितम्बर 2010 (21:15 IST)
फैसला टलने से लोगों में राहत
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुकदमे का कल सुनाया जाने वाला फैसला टलने से आम जनता खासकर अयोध्यावासियों ने कुछ राहत की साँस ली है। मगर उन्हें इस बात की आशंका भी है कि कुछ दिन बाद उन्हें फिर से कड़े सुरक्षा इंतजामों से होने वाली परेशानियाँ सहन करनी पड़ सकती हैं।
विवादित स्थल सम्बन्धी मुकदमे में शुक्रवार को आने वाला फैसला उच्चतम न्यायालय ने आज एक हफ्ते के लिए टाल दिया है।
इस फैसले के बाद गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर किए गए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त की वजह से अपनी ही गली-सड़कों पर पराया सा महसूस कर रहे लोगों ने आज के घटनाक्रम पर खुशी जाहिर की है, लेकिन साथ ही उनका यह भी कहना है कि अगर फैसला हो जाता तो ज्यादा अच्छा होता।
अयोध्या में नर्सिग होम चलाने वाली डाक्टर पुष्पा श्रीवास्तव ने कहा कि 24 सितम्बर को फैसला सुनाए जाने के कार्यक्रम के मद्देनजर अयोध्या और आसपास के क्षेत्र कई दिन पहले ही छावनी में तब्दील कर दिए गए थे, लिहाजा बाहर से आने वाले यात्रियों तथा मरीजों को खासी दिक्कतें हुईं।
उन्होंने कहा कि अब यह फैसला टल जाने से फिलहाल तो राहत मिली है, लेकिन अगर निर्णय हो जाता तो ज्यादा अच्छा होता। अयोध्या निवासी रमेशचन्द्र ने कहा कि फैसला टल जाने का मतलब यह नहीं है कि भविष्य में ऐसी तमाम पाबंदियों की आशंका खत्म हो गई है। (भाषा)