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Written By वार्ता
Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) , बुधवार, 27 जून 2007 (23:10 IST)

प्रधानमंत्री ने किया प्रतिभा का बचाव

प्रधानमंत्री ने किया प्रतिभा का बचाव -
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह ने सहकारी बैंक घोटाले के आरोपों का सामना कर रही सत्तारूढ़ संप्रग की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी प्रतिभा पाटिल का बचाव करते हुए कहा है कि श्रीमती पाटिल ने कोई गलत काम नहीं किया है।

आरोप है कि महाराष्ट्र में श्रीमती पाटिल द्वारा शुरू किए गए प्रतिभा महिला सहकारी बैंक ने जलगाँव के निकट उनके द्वारा ही शुरू की गई संत मुक्ताबाई सहकारी शक्कर कारखाने को 40 लाख का ऋण दिया था, लेकिन मिल से पैसा वापस न मिलने के कारण बैंक की स्थिति खराब हो गई संप्रग प्रत्याशी पर यह भी आरोप है कि इस सहकारी बैंक ने उनके कई निकट संबंधियों के कर्ज माफ कर दिए थे।

सिंह ने तर्क दिया कि महाराष्ट्र में पर्यावरण के नियमों की कड़ाई के कारण बहुत सी चीनी मिलें संकट में आ गई, जिससे उन्हें ऋण देने वाले सहकारी बैंकों की वित्तीय स्थिति भी प्रभावित हुई और श्रीमती पाटिल द्वारा महाराष्ट्र के जलगाँव शहर में शुरू किए गए प्रतिभा महिला सहकारी बैंक के साथ भी ऐसा ही हुआ।

प्रधानमंत्री बुधवार शाम अपने निवास पर एक पुस्तक विमोचन समारोह के बाद बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में बहुत से नेताओं की चीनी मिले हैं, जो संकट में हैं। श्रीमती पाटिल ने कोई गलत काम नहीं किया है।

प्रधानमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनके मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य ने राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम के सम्मान के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की है।

सिंह ने कहा कि मंत्रियों की ओर से जो भी टिप्पणी की गई थी वह दोबारा चुनाव लड़ने संबंधी कलाम के बयान पर केंद्रित थी। उसमें राष्ट्रपति की गरिमा के खिलाफ कुछ नहीं कहा गया था।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने समारोह में पूर्व विदेशमंत्री महाराज कृष्ण रसगोत्रा द्वारा संपादित विदेश नीति पर केंद्रित पुस्तक दी 'न्यू एशियन पावर डॉयनमिक्स एशिया में शक्ति की नई धाराएँ का विमोचन किया।

वामदलों ने विपक्ष की निंदा की : वामपंथी दलों ने राष्ट्रपति पद के लिए सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की उम्मीदवार श्रीमती प्रतिभा पाटिल के खिलाफ छेड़े गए निंदा एवं आरोप अभियान को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी की हताशा का नतीजा बताते हुए इस चुनाव की गरिमा कम करने के लिए उसे आड़े हाथों लिया है।