Last Modified: नई दिल्ली ,
शुक्रवार, 17 जनवरी 2014 (19:56 IST)
पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठेगी दिल्ली सरकार...
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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की सरकार ने कथित असहयोग और सेवा में कोताही के लिए चार पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग गृहमंत्री के समक्ष उठाया है। हालांकि दिल्ली पुलिस प्रमुख ने चारों अधिकारियों को सजा दिए जाने की उनकी मांग खारिज कर दी है।
राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ टकराव के मूड में दिखाई दे रही है। ‘आप’ के एक मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि भले ही पुलिस बल उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता पर वह पुलिस को ‘फिक्स’ कर देंगे। उन्होंने कहा कि शहर में बलात्कार हो रहे हैं, सेक्स और नशीली दवाओं के रैकेट खुलेआम चल रहे हैं, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि हम चुप नहीं बैठेंगे। यह शीला सरकार नहीं है। हम पर सतर्कता का आरोप लग रहा है, लेकिन हमारी सरकार बिलकुल अलग सरकार है। सिसोदिया ने सचिवालय में कहा कि यह सरकार कोई बहाने नहीं बनाएगी कि दिल्ली पुलिस हमारे नियंत्रण में नहीं है, उन्हें अपना दायित्व निर्वाह करना होगा। पुलिस को काम करना होगा। हम पुलिस को ‘फिक्स’ करेंगे, भले ही वह हमारे नियंत्रण में न आती हो।
गृहमंत्री शिंदे से मिले केजरीवाल : इस बीच दिल्ली के मुख्यंमत्री अरविन्द केजरीवाल ने इस मुद्दे पर केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से बात की। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार पर पुलिस के काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि यदि पुलिस के रवैए में बदलाव नहीं आया तो हम ही नहीं पूरी दिल्ली के लोग पुलिस के काम में बाधा डालेंगे।
इससे पहले दिन में केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी राखी बिड़ला, सोमनाथ भारती और मनीष सिसोदिया ने उप राज्यपाल नजीब जंग से उनके आवास पर मुलाकात की। वहां दिल्ली पुलिस के आयुक्त बीएस बस्सी भी उन चार पुलिस अधिकारियों के साथ मौजूद थे जो ‘आप’ के मंत्रियों के कोपभाजन बने हुए हैं।
केजरीवाल और उनके मंत्रियों की उपराज्यपाल के साथ करीब एक घंटे तक मुलाकात चली। उस दौरान केजरीवाल और मंत्रियों ने राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया और तीन थाना प्रभारियों तथा एसीपी को सहयोग करने से कथित इनकार के लिए निलंबित करने की मांग की।
उपराज्यपाल ने मामलों की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया। बस्सी ने पुलिस अधिकारियों के निलंबन की मांग ठुकरा दी।
दिल्ली के दो मंत्रियों-भारती और बिड़ला ने पुलिस अधिकारियों पर अलग अलग मामलों में असहयोग का आरोप लगाया। भारती ने आरोप लगाया कि मालवीय नगर पुलिस ने नाईजीरियाई नागरिकों पर छापा मारने के मामले में उन्हें सहयोग नहीं दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि खिड़की गांव में ये नाइजीरियाई नागरिक मादक पदार्थों की तस्करी एवं वेश्यावृति में संलिप्त थे। बिड़ला ने सागरपुर पुलिस पर उस परिवार के सदस्यों को बचाने का आरोप लगाया, जिन्होंने दहेज की मांग को लेकर अपनी बहू को कथित रूप से जला डाला। (भाषा)