इंटरनेट का ज्यादा उपयोग बढ़ाता है मोटापा
इंटरनेट पर ज्यादा समय देना विशेष रूप से युवाओं पर भारी पड़ सकता है और उन्हें विषाद, मोटापे तथा अनिद्रापन जैसे रोग होने की आशंका है। इसके अलावा समाज से कटाव की दिक्कत भी उन्हें झेलनी पड़ सकती है।उद्योग संगठन एसोचैम के एक सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष निकाला गया है। इसमें हर दिन पाँच घंटे से ज्यादा इंटरनेट का इस्तेमाल 'कुछ ज्यादा' करार दिया गया है।एसोचैम के सचिव डीएस रावत ने एक बयान में कहा है कि बड़ी संख्या में बच्चों तथा किशोरों की इंटरनेट तक पहुँच है और वे बहुत कम उम्र में ही ऑनलाइन दुनिया से परिचित हो रहे हैं। इसके अनुसार जिन बच्चों के माता-पिता नौकरीपेशा हैं उनमें इंटरनेट का नशा ज्यादा देखने को मिलता है क्योंकि उन पर बड़े बुजुर्गों की निगरानी नहीं रहती, जबकि जहाँ माँ-बाप में से एक ही कामकाजी हो वहाँ ऐसा नहीं है।सर्वे के अनुसार महानगरीय जीवन में प्राय: माँ-बाप दोनों नौकरीपेशा होते हैं और वहाँ बच्चे या किशोर इंटरनेट पर अधिक समय देते हैं। इस सर्वे में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, पुणे तथा बेंगलुरु सहित दस प्रमुख शहरों में 1500 इंटरनेट उपयोक्ताओं को शामिल किया गया। (भाषा)