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Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 9 जून 2015 (22:13 IST)

विश्‍व के 192 देशों में से 191 मनाएंगे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

विश्‍व के 192 देशों में से 191 मनाएंगे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस - Yoga
- शोभना जैन
 
नई दिल्ली। भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा आगामी 21 जून को दुनियाभर में मनाया जा रहा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह विश्व के 192 देशों में से 191 देशों में मनाया जाएगा, जिसमें इस्लामी देशों के संगठन-ओ आई सी के 47 सदस्य देश भी शामिल हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज आयुष मंत्री श्रीपाद नायक के साथ इस आयोजन के बंदोबस्त की व्यापक रूपरेखा की जानकारी देते हुए बताया कि आकलनों के अनुसार इस दिन दुनियाभर के करोड़ों लोग अपने-अपने देशों में योग करेंगे। 
 
योग दिवस आयोजन को लेकर कुछ वर्गों में गर्माई राजनीति को लेकर पूछे गए सवालों के जबाव में श्रीमी स्वराज ने स्पष्ट किया, इन आयोजनों में हिस्सा लेने को लेकर कोई भी बाध्यता नहीं है, जो भी इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेगा वह स्वेच्छा से लेगा, मजबूरी से नहीं लाया जाएगा। भारत में इस आयोजन को लेकर कुछ अल्पसंख्यक वर्गों में उत्पन्न आशंकाओं को विराम देने के प्रयासस्वरूप श्रीमती स्वराज ने सवालों के जबाव में कहा कि योग को धर्म से जोड़ना सही नहीं है, दरअसल इस तरह की तमाम आशंकाएं जानकारी के अभाव में पनपी हैं। जब 47 इस्लामी देश इस कार्यक्रम से जुड़े हैं, इसे मना रहे हैं तो यह आशंकाएं और धारणाए सही नहीं हैं। 
 
श्रीमती स्वराज ने कहा, योग दिवस मनाने की भारत की पहल के पीछे उद्देश्य ही यही है कि हिंसाग्रस्त विश्व शांति की ओर लौटे, योग एक सॉफ्ट पॉवर है, भारत का प्रयास है कि दुनियाभर में हिंसा की प्रवृत्ति खतम हो, भारत के लिए योग मानव कल्याण और सिर्फ मानव कल्याण है। 21 जून का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस इसी लक्ष्‍य प्राप्ति के लिए शुरू किया गया है। श्रीमती स्वराज ने बताया कि केवल अशांतिग्रस्त यमन में यह आयोजन नहीं हो पाएगा, शेष दुनिया जहां भारतीय दूतावास भी नहीं हैं, वहां भी आसपास के देशों में स्थित भारतीय दूतावास उन देशों में भी सहयोग देकर यह आयोजन कर रहे हैं। 
 
श्रीमती स्वराज ने बताया कि भारत में मुख्य समारोह राजधानी के राजपथ में होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उपस्थित रहेंगे। सवालों के जबाव में श्रीमती स्वराज ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री राजपथ पर आयोजित कार्यक्रम में योग नहीं करेंगे, अलबत्ता इस कार्यक्रम में उनकी गरिमामय उपस्थति रहेगी। पहले के अपुष्ट समाचारों में कहा गया था कि प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में 'योग प्रदर्शन' भी करेंगे। इस आयोजन में लगभग 35000 लोग योग प्रदर्शन करेंगे। श्रीमती स्वराज ने बताया कि सरकार के साथ जाने माने विभिन्न योगगुरु और स्वयं जनता अपनी पहल पर इस कार्यक्रम से जुड़ रही है
 
श्रीमती स्वराज स्वयं 21 जून को संयुक्त राष्ट्र में इस अवसर पर आयोजित विशेष समारोह की अध्यक्षता करेंगीं। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और महासभा के अध्यक्ष सैम कुटेसा मौजूद रहेंगे। इस समारोह में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन होगा, जिसे ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के संस्थापक योगगुरु श्रीश्री रविशंकर संबोधित करेंगे। श्रीमती स्वराज ने बताया कि विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों ने अपने-अपने यहां के देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भी इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया है। एक सवाल के जबाव में उन्होंने बताया कि इस आशय के न्‍योते राष्ट्राध्यक्षों को भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम से दुनियाभर में अनेक विशिष्ट हस्तियों और कलाकारों को ब्रांड एम्‍‍बेसेडर के रूप में जोड़ा गया है। ऑस्ट्रेलिया में मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी ब्रेट ली, जॉर्डन में वहां की राजकुमारी,फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन, विराट कोहली, सुशील कुमार, कपिल शर्मा और मीका जैसे कितने ही जाने माने नाम इस कार्यक्रम से जुड़े हैं।
 
उन्होंने बताया कि विदेशों में योग प्रशिक्षण देने के लिए भारत से विशेष तौर पर योग प्रशिक्षक भेजे गए थे। इसके साथ ही योगगुरु रामदेव, श्रीश्री रविशंकर, जग्गी गुरुदेव जैसे अनेक योगगुरुओं ने इस कार्यक्रम से जुड़कर विदेशों में करोड़ों लोगों को योग से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि भारत में जहां इस आयोजन के उपलक्ष्य में विशेष डाक टिकट और 100 और 10 रुपए के सिक्की जारी किए जा रहे हैं, वही हंगरी, ब्राजील और मॉरीशस भी इस उपलक्ष्‍य में विशेष डाक टिकट जारी कर रहे हैं। अमेरिका, इंगलैंड, ऑस्ट्रेलिया, सउदी अरब, दुबई, तुर्की, चीन, नेपाल, मॉरीशस, अफ्रीकी देश से लेकर आइसलैंड जैसे 192 देशों में योग होगा। पाकिस्तान के इस आशय के प्रस्ताव के सह प्रस्तावक नहीं होने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में श्रीमती स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान इस प्रस्ताव का सह प्रस्तावक नहीं था लेकिन संयुक्त राष्ट्र में किसी भी देश ने इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया, बल्कि यह सर्वसम्मति से मंजूर हुआ।
 
संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में आयोजित इस समारोह का टाइम्स स्क्वायर में मौजूद हजारों दर्शकों के लिए प्रसारण होगा। मैनहट्टन के बीचोंबीच स्थित टाइम्स स्क्वायर को दुनिया का चौराहा माना जाता है। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन के मुताबिक 21 जून को ही टाइम्स स्क्वायर पर सोल्स्टिस डे समारोह का भी आयोजन होगा जिसमें हजारों लोग योग प्रदर्शन करेंगे। ‘ओवरसीज वॉलंटियर्स फॉर बैटर इंडिया’ (ओवीबीआई) अमेरिका के 100 शहरों में ‘योगाथन’ समारोह का आयोजन करेगा और 70 से भी अधिक संगठन इस अभियान का हिस्सा बनेंगे। 
 
गौरतलब है कि गत सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें आमसभा सत्र में अपने पहले भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के विचार पर औपचारिक प्रस्ताव दिया था, बाद में संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने के भारत के प्रस्ताव पर अपनी मोहर लगा दी थी। इस ऐलान के साथ ही अब हर साल 21 जून को दुनियाभर में 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जाएगा, संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में इस आशय के प्रस्ताव को लगभग सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया था। भारत के साथ रिकॉर्ड 177 सदस्य देश न केवल इस प्रस्ताव के समर्थक बने बल्कि इसके सह-प्रस्तावक भी बने। 5 दिसंबर तक 177 देश इस प्रस्ताव के प्रायोजक बन गए थे। प्रस्ताव के सहप्रायोजकों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 5 स्थाई सदस्य भी हैं। भारत में 5000 वर्ष से भी पहले जन्मी योग पद्धति के चाहने वाले पूरी दुनिया में हैं। (वीएनआई)