I.N.D.I.A गठबंधन में अकेले पड़ते राहुल गांधी?
लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को मिली सफलता के बाद राहुल गांधी को कद अचानक से बढ़ गया था और लोकसभा में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी लेकर राहुल गांधी जिस इंडिया गठबंधन की अगुवाई करते हुए दिख रहे थे उस पर अब सवालिया निशान उठ गए है। लोकसभा चुनाव के बाद पहले हरियाणा और फिर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों की करारी हार के इंडिया गठबंधन में नेतृत्व बदलाव की मांग ने फिर जोर पकड़ लिया।
I.N.D.I.A गठबंधन में अकेले पड़े राहुल?-पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो टूक कहा कि अगर मौका मिलेगा तो वे इंडिया गठबंधन को जरूर लीड करना चाहेंगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इंडिया गठबंधन के नेतृत्व करने की मंशा जताने के बाद एक के बाद एक गठबंधन में शामिल नेताओं ने उनको गठबंधन का नेतृत्व सौंपने की मांग कर दी है। ममता के समर्थन में आरजेडी नेता लालू यादव भी आना इंडिया गठबंधन में बढ़ती दरार को दिखा रहा है। गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव ने ही पटना में मई 2023 में विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की पहली बैठक में राहुल गांधी को दूल्हा बनने की सलाह दी थी। बैठक में लालू प्रसाद के दूल्हा बनने की सलाह के कई मायने निकाले गए थे। लालू के बयान को राहुल के गठबंधन की कमान थामने से जोड़ा था, ऐसे में अब लालू ने ममता को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सौंपने की मांग कर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था।
वहीं ममता को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सौंपने की मांग का सर्मथन शरद पवार के साथ उद्धव ठाकरे और समाजवादी पार्टी ने भी किया है।एनसीपी नेता शरद पवार ने ममता बनर्जी का समर्थन कर नेतृत्व बदलने की आग को और हवा दे दी है। शरद पवार ने कहा है कि ममता बनर्जी को इंडिया ब्लॉक का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। शरद पवार ने कहा कि नेतृत्व में बदलाव की आवश्यकता है और ममता बनर्जी ही वह नेता हैं जिन्होंने बार-बार नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के प्रयासों को नाकाम किया है। शरद पवार ने हाल में पश्चिम बंगाल में हुए उपचुनाव का हवाला देते हुए कहा कि उपचुनावों में ममता बनर्जी ने बीजेपी को करारी मात दी और पश्चिम बंगाल की सीमा के बाहर भी पार्टी को पराजित किया। उनके पास समृद्ध अनुभव है, और उन्होंने खुद कहा है कि उन्होंने इंडिया ब्लॉक की नींव रखी थी, और अगर मौका दिया जाए, तो वह इस गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।
ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने का समर्थन शिवसेना (उद्धव गुट) ने भी किया है। पार्टी की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा INDIA ब्लॉक देश के संविधान को बचाने के लिए बना है आने वाले समय में लड़ाई बढ़ेगी, इसमें कोई दो राय नहीं है कि ममता बनर्जी कितनी बड़ी नेता हैं। ममता बनर्जी सभी को साथ लेकर चलती हैं। भाजपा के खिलाफ उन्होंने अच्छी लड़ाई लड़ी है,नेतृत्व करने के लिए जो अच्छा होगा, वहीं करेगा।
वहीं उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन की अहम सहयोगी समाजवादी पार्टी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व को खुलकर समर्थन किया है। समाजवादी पार्टी ने कहा कि ममता बनर्जी अपने नेतृत्व कौशल से हरियाणा और महाराष्ट्र में लगातार चुनावी हार के बाद इंडिया गठबंधन को मजबूत करेंगी। पार्टी प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कहा अगर ममता बनर्जी ने ऐसी इच्छा जाहिर की हैं तो इंडिया ब्लॉक के नेताओं को उसपर विचार करना चाहिए। उनका सहयोग लेना चाहिए। इससे इंडिया गठबंधन मजबूत होगा। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी को रोकने का काम किया। वहीं ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के प्रति हमारा 100 फीसदी समर्थन है।
राहुल के सामने चुनौती?- संसद में जिस तरह से राहुल गांधी अडानी के मुद्दें पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेर रहे है, उससे साफ संकेत है कि वह सीधे नरेंद्र मोदी के सामने विपक्ष का चेहरा बनने की कोशिश कर रहे है। वहीं हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार ने राहुल की नेतृत्व क्षमता पर सवालिया निशान उठा दिए है। वहीं विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों की हार के बाद इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के लिए सब कुछ सही नहीं चल रहा है। कहने को अभी भी कांग्रेस इंडिया गठबंधन को लीड कर रही ,है लेकिन इसके साथी दल हैं, वो अब राहुल गांधी के साथ दिखाई नहीं देते। गठबंधन के दिग्गज चेहरे एक-एक कर अब राहुल गांधी से अलग हो रहे हैं।
अगले साल दिल्ली और बिहार जैसे बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव है, ऐसे में इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को लेकर छिड़ा घमासान गठबंधन की एकता के लिए एक चुनौती है। वहीं भाजपा इंडिया गठबंधन में फूट पर तंज कसने के साथ राहुल गांधी को भी घेरने से नहीं चूक रही है।