स्वर्ण पदक विजेता पूनम यादव पर हमला, बाल-बाल बचीं
वाराणसी। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को पांचवां स्वर्ण पदक दिलाने वाली पूनम यादव पर आज रोहनियां क्षेत्र दबंगों ने पुलिस की मौजूदगी में हमला किया। इस शर्मनाक घटना से खेलप्रेमी सन्न हैं तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
यादव ने बताया कि वह अपनी बुआ मंजू यादव से आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचीं तो वहां उन पर दबंगों ने हमला कर किया। पुलिस सुरक्षा के कारण वे बाल-बाल बच गईं, लेकिन उनके चाचा एवं चचेरा भाई सहित कई घायल हो गए। चाचा गुलाब यादव एवं भाई छोटू को गंभीर चोटें आई हैं।
उन्होंने बताया वे अपने परिवार एवं समर्थकों के साथ अपनी बुआ एवं फूफा से उनके घर पर जीत की खुशियां साझा कर उनसे आशीर्वाद लेकर अपने घर लौट रही थीं। इसी बीच रास्ते में ही बुआ के घर से फोन आया कि दबंगों ने उन पर हमला कर दिया।
इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस सुरक्षा में वे दुबारा बुआ के घर गईं। वहां पहुंचने पर दबंगों ने पुलिस की मौजूदगी में फिर लाठी-डंडों एवं पत्थरों से हमला करना शुरू कर दिया। पुलिस वहां से उन्हें एंबुलेंस गाड़ी में बैठाकर सुरक्षित स्थान ले आई। उन्हें चोट नहीं आई, लेकिन दबंगों ने पुलिस एवं एंबुलेंस की गाड़ियों को भी निशाना बनाया और तोड़फोड़ का प्रयास किया।
इस हमले में उनके पिता, चाचा, परिवार के सदस्यों एवं समर्थकों की कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि उनकी गाड़ी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि हमले में चाचा गुलाब यादव एवं चचेरा भाई छोटू को गंभीर चोटें आयीं है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दूसरे पक्ष ने भी यादव, उनके परिवार एवं बुआ के परिवार वालों पर हमला करने का आरोप लगाया है। हलांकि, सुश्री यादव ने अपने उपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें पहले से न तो जमीनी विवाद के बारे में कोई जानकारी थी और न ही तत्काल वह समझ पाई कि उन पर अचानक हमला क्यों किया गया।
उन्होंने हमले में घायलों के बारे में विस्तृत जानकारी मीडिया से साझा नहीं किया और न ही यह बताया कि इस मामले में किसी प्रकार की प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। सुबह हुई इस शर्मनाक घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारी दिनभर चुप्पी साधे रहें।
पुलिस सूत्रों ने बताया हमले में यादव को चोट नहीं आई है, जबकि उनकी बुआ का अपने पड़ोसी से पहले से ही जमीन का विवाद चला आ रहा था। सुश्री यादव का इस विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। गौरतलब है कि यादव ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन प्रतियोगिता में महिलाओं की 69 किलो वर्ग भार में स्वर्ण पदक जीतने के बाद कल यहां लौटीं थीं। वे वाराणसी के हरहुआ विकास खंड के दांदूपुर गांव की निवासी हैं। (वार्ता)