Last Updated :नई दिल्ली , शनिवार, 5 अगस्त 2017 (22:25 IST)
वेंकैया नायडू होंगे भारत के अगले उपराष्ट्रपति
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार एम वेंकैया नायडू शनिवार को देश के तेरहवें उपराष्ट्रपति चुने गए। वे इस पद पहुंचने वाले भारतीय जनता पार्टी के दूसरे नेता हैं। इससे पहले उपराष्ट्रपति पद पर पहुंचने वाले भैरों सिंह शेखावत भाजपा के एकमात्र नेता थे।
नायडू ने 18 विपक्षी दलों के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को भारी मतों के अंतर से हराया। उन्हें 516 मत मिले जबकि गांधी के पक्ष में 244 मत पड़े। नायडू की इस जीत से पहली बार देश के शीर्ष चार संवैधानिक पदों (राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष) पर भाजपा की विचारधारा के नेता पहुंच गए हैं। इससे पहले उपराष्ट्रपति पद पर पहुंचने वाले भैरों सिंह शेखावत भाजपा के एकमात्र नेता थे।
संसद भवन में बनाए गए मतदान केन्द्र में आज लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों ने मतदान किया और शाम को निर्वाचन अधिकारी एवं राज्यसभा के महासचिव शमशेर के शरीफ ने मतगणना के बाद नायडू को उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित घोषित किया।
उन्होंने बताया कि उपराष्ट्रपति चुनाव में 785 मतदाताओं में से 771 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जिनमें से 760 मत वैध पाए गए। विभिन्न दलों के 14 सांसदों ने मतदान नहीं किया। नायडू 11 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। निवर्तमान उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। वे लगातार दो कार्यकाल तक इस पद पर रहे हैं।
राजग द्वारा उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने से पहले नायडू सूचना एवं प्रसारण तथा शहरी विकास मंत्री थे। वे छात्र जीवन से ही राजनीति में आ गए थे और लगातार भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे तथा उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने।
अब तक उप राष्ट्रपति पद पर आसीन रही हस्तियों की सूची इस प्रकार है। इनमें से डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और मोहम्मद हामिद अंसारी दो-दो बार उपराष्ट्रपति पद पर रहे-
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन : 13 मई 1952 से 12 मई 1962
जाकिर हुसैन : 13 मई 1962 से 12 मई 1967
वी वी गिरि : 13 मई 1967 से 3 मई 1969
गोपाल स्वरूप पाठक : 31 अगस्त 1969 से 30 अगस्त 1974
बीडी जत्ती : 31 अगस्त 1974 से 30 अगस्त 1979
मोहम्मद हिदायतुल्ला : 31 अगस्त 1979 से 30 अगस्त 1984
आर. वेंकटरमण : 31 अगस्त 1984 से 24 जुलाई 1987
शंकर दयाल शर्मा : 3 सितम्बर 1987 से 24 जुलाई 1992
केआर नारायणन : 31 अगस्त 1992 से 24 जुलाई 1997
कृष्णकांत : 21 अगस्त 1997 से 27 जुलाई 2002
भैरोंसिंह शेखावत : 19 अगस्त 2002 से 21 जुलाई 2007
मोहम्मद हामिद अंसारी - 11 अगस्त 2007 से अब तक
जय आंध्र आंदोलन से आए सुर्खियों में : एक जुलाई 1949 को आंध्रप्रदेश के नेल्लोर जिले के छवतपलम में जन्मे नायडू की पहचान हमेशा एक 'आंदोलनकारी' के रूप में रही है। वे 1972 में 'जय आंध्र आंदोलन' के दौरान पहली बार सुर्खियों में आए। 1974 में आंध्रप्रदेश में जयप्रकाश नारायण छात्र संघर्ष समिति की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के संयोजक रहे। उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विचारधारा से प्रभावित होकर आपातकाल के विरुद्ध संघर्ष में हिस्सा लिया और उन्हें जेल भी जाना पड़ा। आपातकाल के बाद वे 1977 से 1980 तक जनता पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष रहे।
नायडू भाजपा के अध्यक्ष रहने के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे। उन्होंने मोदी सरकार में शहरी विकास मंत्रालय के अलावा संसदीय कार्य मंत्री और सूचना प्रसारण मंत्रालय का भी कामकाज संभाला।
राजनीतिक सक्रियता और कुशल वक्तृत्व कला की बदौलत नायडू 1978 और 1983 में नेल्लोर जिले के उदयगिरि विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए और कुछ ही समय में आंध्रप्रदेश में भाजपा का चेहरा बन गए। वह 1996 से 2000 तक भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे । जना कृष्णमूर्ति के बाद वे 2002 में भाजपा के अध्यक्ष बने। 28 जनवरी 2004 को वे फिर इस पद के लिए निर्विरोध चुने गए, लेकिन उसी वर्ष लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग की हार के बाद उन्होंने 18 अक्टूबर 2004 को इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
नायडू कर्नाटक से 1998 में राज्यसभा के सदस्य रहने के बाद 2004 और 2009 वह फिर संसद के उच्च सदन के लिए चुने गए। वह 29 मई 2016 को राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुने गए। ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के विकास में सुधारों को तेजी से लागू किया तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना समेत कई अन्य योजनाएं भी शुरू कीं।
नायडू का संबंध हालांकि दक्षिण भारत से है, लेकिन वह हिन्दी में भी धाराप्रवाह भाषण देने की क्षमता रखते हैं। उन्हें 17 जुलाई को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था।