उड़ी हमला : सेना ने कार्रवाई के लिए पूरी की तैयारी
नई दिल्ली। उड़ी हमले के बाद पाकिस्तान को राजनयिक और कूटनीतिक मोर्चों पर घेरने की तैयारियों के बीच सेना ने भी सरकार के किसी भी निर्देश पर तुरंत अमल करने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि हमने ऑपरेशन संबंधी उन सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है जिनसे हम विभिन्न स्तरों पर सैन्य विकल्पों पर तुरंत अमल कर सकते हैं।
गत 18 सितम्बर को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के शिविर पर आतंकवादी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे और इतने ही घायल हो गए थे।
इस हमले के बाद देश भर में आक्रोश का माहौल है और प्रधानमंत्री से लेकर रक्षा मंत्री तक ने कहा है कि सरकार जनभावना का सम्मान करती है और उसके अनुरूप कार्रवाई करेगी। हमले के बाद सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ भी बैठक की है और उन्होंने जवाबी कार्रवाई के लिए हुई कई रणनीतिक बैठकों में भी हिस्सा लिया है।
सूत्रों ने कहा कि इस तरह की स्थिति में कार्रवाई के लिए अलग-अलग स्तर की तैयारियां करनी पड़ती हैं और इन्हें जरूरत के हिसाब से बदला जाता है। सेना ने विभिन्न तरह के आपरेशन के लिए जरूरतों के हिसाब से तैनाती तथा अदला-बदली की है और इसके लिए सैनिकों तथा हथियारों को भी ऑपरेशन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर ले जाया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर तैयारियों को अब अंतिम रूप दे दिया गया है। सेना अब सरकार के निर्देशों पर अमल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने गत शनिवार को भी प्रधानमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की थी।
मोदी कह चुके हैं कि भारत उड़ी हमले को नहीं भूलेगा और सेना के 18 जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा । इस हमले के पीछे जो लोग हैं,उन्हें अवश्य दंडित किया जाएगा।
आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में मोदी ने रविवार को कहा, 'हमें सेना पर पर नाज और पूरा भरोसा है। हम लोग बोलते हैं,लेकिन सेना बोलती नहीं है। वह पराक्रम करती है और अपने पराक्रम से हर साज़िश को नाकाम करेगी।' (वार्ता)