सनसनीखेज! पहले रेप, फिर गर्भधारण और उसके बाद बच्चों की तस्करी...
देश में दबे-छुपे किस तरह के गिरोह चल रहे हैं इसके बारे में जानकर आपकी आंखें खुली की खुली रह जाएंगी। राजधानी दिल्ली में दो महिलाओं ने दिल्ली महिला आयोग को जो बताया, वह वाकई शर्मनाक है और हमारी कानून व्यवस्था पर करारा तमाचा भी है। इन महिलाओं ने बताया कि किस तरह महिलाओं के साथ बलात्कार किया जाता है और फिर उन्हें गर्भ धारण के लिए मजबूर किया जाता है, ताकि उनसे पैदा बच्चों का सौदा किया जा सके।
झारखंड के सिमडेगा जिले की रहने वाली एक महिला ने बताया कि एक महिला के साथ दिल्ली स्थित एक प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक ने पहले उसके साथ बलात्कार किया फिर जबरन गर्भधारण करने के लिए मजबूर किया। बात नहीं सुनने पर महिला के साथ मारपीट भी की गई। बाद में उस महिला के साथ एक अन्य प्लेसमेंट एजेंट ने भी दो दिन तक रेप किया। महिला ने बताया कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि उसके होने वाले बच्चे को बेचा जा सके।
तीस वर्षीय यह महिला एक अन्य महिला के साथ गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर पहुंची और आपबीती सुनाई। पीड़ित महिला ने आयोग को बताया कि उसके पेट में डेढ़ माह का गर्भ है। महिला की शिकायत पर महिला आयोग की टीम दिल्ली पुलिस के साथ प्लेसमेंट एजेंसी पहुंची, वहां से दो एजेंटों को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा इन लोगों के चंगुल में फंसी छह अन्य महिलाओं को भी आजाद कराया गया, जिनमें से कुछ गर्भवती हैं।
पीड़ित महिला के मुताबिक वीरेंद्र साहू नामक व्यक्ति उसे दिल्ली में नौकरी दिलाने का झांसा देकर सिमडेगा से लाया था। उसे शुरू में शकरपुर स्थित एक प्लेसमेंट एजेंसी के ऑफिस में रखा गया। वहां उसका फोन और आधार कार्ड रख लिया गया। उसके बाद उसे निहाल विहार की आरती प्लेसमेंट एजेंसी में ले जाया गया, जिसे आरती और उसका पति बाबू राज चलाते हैं। पीड़िता ने बताया कि एजेंसी का मालिक एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए जब निकला, तो वह दरवाजे का ताला लगाना भूल गया। मौका पाकर वह वहां से भाग निकली।