गुजराती नाम...सयाना काम और चोखा दाम, यह वह फॉर्मूला है जिसके बल पर गुजराती आज पूरी दुनिया में अपना सिक्का जमा चुके है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से एक गुजराती नाम जो बेहद ही सयाना है अपने काले कारनामों से चर्चा के केंद्र में है। नाम है किरण भाई पटेल जोकि है एक महाठग। गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला किरण भाई पटेल,अहमदाबाद से डेढ़ हजार किलोमीटर दूर कश्मीर में ठगी के किसी बड़े मिशन पर था, लेकिन वह अपने मिशन में कामयाब होता है इससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
महाठग की पूरी कहानी- किरण भाई पटेल अपने गुजरात कनेक्शन और अपनी कारगुजारियों के चलते इन दिनों सुर्खियों मे है। किरण भाई पटेल जो इन दिनों जम्मू-कश्मीर पुलिस की गिरफ्त में खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का बड़ा स्ट्रेटिजिक अफसर बताकर बेहद संवेदनशील जम्मू कश्मीर में जेड प्लस सिक्योरिटी के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय के अफसरों को मिलने वाले तमाम प्रोटोकॉल का लुत्फ उठाकर खूब मौज मस्ती की। इतना ही नहीं गुजरात के इस नटवरलाल ने सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित भारतीय चौकी का दौरा करने के साथ जम्मू-कश्मीर के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक भी की।
खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में एडिशनल डायरेक्टर (रणनीति और अभियान) बताने वाले किरण भाई पटेल कितना शातिर और चालाक है इसका अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने प्रधानमंत्री कार्यालय में शीर्ष अफसर होने की धौंस दिखाकरण जेड-प्लस सुरक्षा के साथ एक बुलेटप्रूफ एसयूवी लेकर जम्मू-कश्मीर के एक पांच सितारा होटल में सरकारी मेहमान बनकर ठहरा। बताया जा रहा है कि किरण भाई का भंडाफोड़ होने से पहले वह इस साल दूसरी बार जम्मू-कश्मीर के दौर पर गया था। महाठग किरण भाई पटेल ने लोगों को मूर्ख बनाने के लिए बकायाद पीएमओ का विजिंटिंग कार्ड छपवाया था और वह अधिकारियों के साथ मीटिंग में बकायदा विंजिटिंग कार्ड देता भी था।
बेखौफ है महाठग किरण भाई पटेल-महाठग किरण भाई पटेल कितना बेखौफ है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने सुरक्षा बलों से घिरे अपने कश्मीर दौरे कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर शेयर किए गए एक वीडियो में वह अपने चारों ओर कड़ी सुरक्षा के बीच बर्फ में चलता दिख रहा है। बता दें कि ठग किरण पटेल का ट्विटर अकाउंट वैरिफाइड है और उसके 2000 से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।
खुफिया सूचना पर दबोचा गया- किरण भाई पटेल को इस महीने 3 मार्च को जम्मू कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर से गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि 2 मार्च को जम्मू कश्मीर पुलिस की सीआईडी विंग को किरण भाई पटेल के फर्जीवाड़े को लेकर एक खुफिया जानकारी प्राप्त हुई, इसके बाद 3 मार्च को किरण भाई पटेल को गिरफातार कर लिया। गिरफ्तार से पहले किरण भाई पटेल एलओसी पर अग्रिम पोस्ट का दौरा करते हुए बेहद संवेदनशील श्रीनगर के लाल चौक का भी जेड प्लस सिक्योरिटी में दौरा किया था। पूरा मामला बेहद संवेदनशील होने के चलते अहमदाबाद क्राइम ब्रांच और गुजरात एटीएस ने पूरे मामले की जांच शुरु कर दी है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार कहते है कि श्रीनगर पुलिस ने दो मार्च को मिली सूचना के आधार पर होटल पर छापा मार कर किरण भाई पटेल को गिरफ्तार किया है और उसके पास से पीएमओ का फर्जी विजिटिंग कार्ड भी बरामद हुआ है। कश्मीर पुलिस के प्रमुख का कहना है कि पुलिस बल इस मामले में गुजरात पुलिस से भी मदद ले रही है। कुमार ने कहा कि पटेल अब न्यायिक हिरासत में है। पेशेवर तरीके से जांच की जा रही है। हम गुजरात पुलिस से भी मदद ले रहे हैं। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं किरण पटेल को महज मौखिक आदेश पर जेड प्लस का सुरक्षा कवर देने की अब जम्मू कश्मीर पुलिस जांच कर रही है। इस पर एडीजीपी विजय कुमार ने कहा कि पुलिस को मौखिक निर्देश पर सुरक्षा मुहैया नहीं करानी चाहिए। हम ऐसा नहीं करते हैं। इस मामले में हम खामियों की जांच कर रहे हैं और इसमें शामिल अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सत्ता के गलियारों में गहरी पैठ-अहमदाबाद के रहने वाले किरण भाई पटेल की गांधीनगर से दिल्ली तक सत्ता के गलियारों में गहरी पैठ थी। ऊंचे और रसूखदार लोगों तक अपनी पहुंच और सीधे कनेक्शन की धौंस दिखाकर किरण भाई पटेल लोगों को अपना शिकार बनाता था। अब जब किरण भाई पटेल जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया है तब उसके मददगार भी कार्रवाई की जद में आ गए है। मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुजरात सीएमओ के पीआरओ के बेटे अमित पंड्या और भाजपा नेता जय सीतापरा को गिरफ्तार किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमित पंड्या और जय सीतापरा भी किरण पटेल के साथ कश्मीर गए थे। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक किरण भाई पटेल ने गुजरात से लेकर दिल्ली तक के रसूखदारों के लिए कश्मीर में जमीन और सेब के बागान तलाशने में लगा हुआ था और उसके लिए सौदेबाजी भी कर रहा था।
पुलिस ने यह गिरफ्तारी किरण भाई पटेल के मोबाइल को खंगालने और उससे पूछताछ के बाद की है। जैसे-जैस पुलिस की पूछताछ किरण भाई पटेल से आगे होती जाएगी वैसे-वैसे उसके कारनामों का कच्चा चिट्ठा भी सामने आता जाएगा।
किरण भाई पटेल जो खुद को गुजरात से लेकर दिल्ली तक सरकार का बेहद करीबी होने का दावा करता है, उसने पिछले दिनों गुजरात में G20 कार्यक्रम का आयोजन किया था। वहीं किरण भाई पटेल की कई रसूखदारों के साथ फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है। वहीं किरण भाई पटेल की पत्नी मालिनी पटेल जो अपने पति को इंजीनियर और खुद को डॉक्टर बताती है वह अपने पति को बेगुनाह बताती है। वह कहती है कि किरण भाई पटेल विकास कार्य के सिलसिले में कश्मीर गए थे और उन्होंने वहां कुछ भी गलत नहीं किया है।