तेजस्वी ने दिखाया तेज, लालू को मिल गया अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी
बिहार में राजनीतिक उठापटक के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद प्रमुख तेजस्वी यादव एक सनसनी के तौर पर उभर कर सामने आ रहे हैं। नीतीश कुमार ने महागठबंधन तोड़ कर भाजपा के साथ सरकार तो बना ली लेकिन बहुमत सिद्ध करने के दौरान उन्हें तेजस्वी के तेज का सामना करना पड़ा। तेजस्वी विधानसभा में विपक्ष के नेता की कुर्सी पर बैठे और 37 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने नीतीश पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी का यह रूप राजद के साथ साथ मीडिया ने भी पहली बार देखा।
बहुमत परीक्षण के दौरान विधानसभा के अंदर तेजस्वी यादव ने नीतीश से कहा, आपने पूरे बिहार को धोखा दिया है। तेजस्वी का अंदाज़ बहुत आक्रामक था। उन्होंने नीतीश को याद दिलाया कि राजद ने जदयू का वजूद बचाया था।
बहुमत परीक्षण के बाद तेजस्वी ने अपने ट्विटर अकाउंट से लगातार ट्वीट किए और नीतीश पर हमले जारी रखे। अपने ट्वीट में राजद नेता ने कहा, एक तरफ़ गांधी जी के नाम पर चंपारण शताब्दी समारोह का ढोंग, दूसरी तरफ़ गांधी जी को मारने वालों की गोद मे खेलना।ये समाजवाद नहीं,अवसरवाद है।
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने कहा, लालूजी को पुत्रमोह नहीं छोटे भाई का मोह था। अगर लालूजी स्वार्थी होते तो बड़ी पार्टी होने के नाते हमारा मुख्यमंत्री होता। हम सिद्धांत व विचार पर अडिग हैं।
सोशल मीडिया पर तेजस्वी अचानक सक्रिय हो गए हैं और एक के बाद एक नीतीश कुमार पर हमले कर रहे हैं। अब वे राज्य के उपमुख्यमंत्री नहीं रहे, लेकिन आज तेजस्वी के जलवे देखकर यह तय हो गया है कि न केवल राजद को युवा नेतृत्व मिल गया है, बल्कि लालू भी इस बात की तसल्ली कर सकते हैं कि उन्हें उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी मिल गया है। आने वाले दिनों में तेजस्वी मजबूत नेता बनकर उभर सकते हैं।