IAS पूजा खेड़कर के बारे में नया खुलासा, 4 साल में सिर्फ 1 साल बढ़ी पूजा की उम्र, दस्तावेज में भी हेरफेर
IAS Puja Khedkar: पूजा खेड़कर को लेकर रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। इस नए खुलासे ने सबको चौंका दिया है। मीडिया रिपोर्ट में सामने आया है कि पूजा ने पुणे के एक प्राइवेट अस्पताल से भी नकली विकलांगता सर्टिफिकेट बनवाने की कोशिश की थी।
हालांकि अस्पताल ने इनकार कर दिया था। कई मीडिया रिपोर्टस में यह तक दावा किया गया है कि पूजा खेडकर ने यूपीएससी की ओर से बताए गए एम्स में जांच न करवाकर प्राइवेट अस्पताल की गलत रिपोर्ट लगाई थी। इसी तरह पूजा पर आईएएस बनने के लिए कई अन्य तरह के दस्तावेजों में भी हेरफेर किया है। पूजा पर यह भी आरोप है कि उन्होंने फर्जी विकलांगता सर्टिफिकेट भी लगाए हैं। इतना ही नहीं, पूजा ने अपनी उम्र के दस्तावेजों में भी हेरफेर किया है। दो अलग दस्तावेजों में उनकी उम्र अलग अलग दर्ज की गई है।
यहां भी हेरफेर : इतना ही नहीं, पूजा पर अपनी उम्र को लेकर हेरफेर करने का भी आरोप है। दरअसल, पूजा की उम्र को लेकर दो डाक्यूमेंट सामने आए हैं, जिनमें IAS पूजा खेडकर ने दिसंबर 2020 से लेकर फरवरी 2023 के दौरान सिर्फ 1 साल उम्र बढ़ना दिखाया है। पूजा ने महज 3 साल के अंतर में दो डाक्यूमेंट में अपनी उम्र अलग-अलग बताई है। बीते दिन पूजा के मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर ने दावा किया था कि उन्होंने अपनी शारीरिक विकलांगता को लेकर झूठ बोला। हालांकि आईएएस पूजा ने अभी इन दावों को लेकर कुछ भी नहीं कहा है।
ऐसे लिया था एमबीबीएस में एडमिशन : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीते दिन भी काशीबाई नवले मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस, एमडी (माइक्रोबायोलॉजी) डॉ. अरविंद वी. भोरे ने दावा किया था कि IAS अधिकारी डॉ. पूजा खेडकर ने 2007 में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए ओबीसी सर्टिफिकेट जमा किया था। इसमें उन्होंने ओबीसी खानाबदोश जनजाति-3 कैटेगरी के तहत एडमिशन लिया था, जो वंजारी समुदाय के लिए रिजर्व है। जिसमें पता लगा है कि एमबीबीएस में एडमिशन लेते समय उनके मेडिकल सर्टिफिकेट में उनके फिजिकल डिसेबिलिटी को लेकर कोई जिक्र नहीं है। साथ ही उन्होंने ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर कोटा का इस्तेमाल करके एमबीबीएस में एडमिशन लिया था, जबकि उनके मां डॉक्टर और पिता सीनियर प्रशासनिक अधिकारी थे।
कैसे हुआ खुलासा : दरअसल, ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर का एक नया डॉक्यूमेंट सामने आया है, जिसमें उन्होंने साल 2020 में सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन ट्रिब्यूनल को एक एप्लीकेशन दिया था, जिसमें उनकी उम्र 30 साल और साल 2023 में इस प्रकार के डॉक्यूमेंट में उनकी उम्र 31 साल दिखाई दे रही है। इसके अलावा पूजा ने अपने नाम के आगे 2020 के डॉक्यूमेंट में डॉक्टर लिखा है और 2023 के डॉक्यूमेंट में डॉक्टर नहीं लिखा है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या दिसंबर 2020 से लेकर फरवरी 2023 तक उनकी उम्र में 1 साल ही बढ़ी।
Edited By: Navin Rangiyal