सोनिया गांधी की अगुवाई में विपक्ष ने बनाई मोदी सरकार को घेरने की रणनीति
नई दिल्ली। कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों की मंगलवार को यहां बैठक हुई जिसमें ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’, तीन तलाक विधेयक तथा संसद के पहले सत्र के दौरान गठबंधन की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया।
संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में उनके आवास पर हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, के सुरेश कांग्रेस, आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद, जयराम रमेश तथा पी. चिदम्बरम, द्रमुक नेता टीआर बालू, कनिमोझी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी केडी राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन सहित कई अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि बैठक में लोकसभा अध्यक्ष के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार के बारे में चर्चा हुई। इसके अलावा 'एक राष्ट्र एक चुनाव', तीन तलाक विधेयक तथा संसद में सत्त पक्ष के विरुद्ध संप्रग की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया।
इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया। कांग्रेस के लोकसभा में 52 सदस्य हैं जो विपक्ष का नेता का दर्जा पाने के लिए जरूरी सदस्य संख्या से दो कम है। सदन में विपक्ष का नेता का दर्जा पाने के लिए 54 सदस्य जरूरी हैं। पिछली बार कांग्रेस के 44 सदस्य थे इसलिए तब भी सदन में उसके नेता को विपक्ष का नेता का दर्जा नहीं दिया गया था।