सोनिया गांधी के चेहरे से नकाब उतरा : श्रीकांत
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने अगस्तावेस्टलैंड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को घेरते हुए बुधवार को कहा कि अपने मायके की अदालत के खुलासे से श्रीमती गांधी के चेहरे पर लगे त्याग की मूर्ति का नकाब पूरी तरह से उतर गया है तथा अपनी अध्यक्ष के कृत्य के लिए कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने यहां कहा कि इटली की अदालत के दस्तावेजों से अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर के सौदे में 360 करोड़ रुपए की रिश्वत लिए जाने और उसमें श्रीमती गांधी का नाम शामिल होने से उनके चेहरे पर लगा त्याग की मूर्ति का नकाब पूरी तरह से उतर गया है।
शर्मा ने कहा कि अब यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है कि श्रीमती गांधी ने देश को लूटा है। इशरत जहां मामले से साफ हुआ कि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ किया। देश को अपमानित किया। समझौता एक्सप्रेस कांड में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के 'हिन्दू आतंकवाद' के दुष्प्रचार को स्थापित करने का प्रयास किया और उसमें सेना के एक कर्नल तक को नहीं छोड़ा।
उन्होंने कहा कि श्रीमती गांधी के इस कृत्य के लिए समूची कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार करने एवं देश को लूटने वालों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। अगस्तावेस्टलैंड मामले में अब दो एजेंसियां-केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय काम कर रहे हैं। इस मामले के मुख्य दलाल जेम्स क्रिश्चियन मिशेल को सीबीआई ने घेर लिया है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून और कालेधन को सफेद बनाने से रोकने संबंधी कानून के तहत कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सीबीआई की एक अदालत ने 24 सितंबर 2015 को मिशेल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे। सीबीआई के अनुरोध पर 25 नवंबर 2015 को उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया था। सीबीआई ने इसी वर्ष चार जनवरी को उसके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन को उसे गिरफ्तार करने का अनुरोध किया था।
प्रवर्तन निदेशालय उसके खिलाफ कालेधन को सफेद करने और विदेशी मुद्रा संबंधी अनियमितताओं के मामले देख रहा है। इसके लिए ब्रिटेन को 29 फरवरी को उसकी गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण का एक अनुरोध भेजा गया है।
शर्मा ने कहा कि देश को लूटने वाले अपराधी अब बच नहीं पाएंगे। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करके दलाली खाने वालों को सलाखों के पीछे जाना होगा। सीबीआई एवं प्रवर्तन निदेशालय ने अलग-अलग देशों को लिखा है और उनके साथ ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए संपर्क में हैं।
श्रीमती गांधी का बयान कि वे किसी से डरती नहीं हैं, पर कटाक्ष करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अगर वे नहीं डरतीं हैं तो उनके सांसदों ने राज्यसभा को क्यों नहीं चलने दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी को बोलने नहीं दिया। उन्हें धमकाया और अपशब्द कहे। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि जिन लोगों ने दलाली दी, वे बाहर हैं और जिन्होंने दलाली ली, वे सदन के अंदर आसन के पास कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। (वार्ता)