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Last Modified: श्रीनगर , बुधवार, 13 दिसंबर 2023 (22:19 IST)

टेरर फंडिंग मामले में SIA ने की दक्षिण कश्मीर में 5 जगहों पर छापेमारी

टेरर फंडिंग मामले में SIA ने की दक्षिण कश्मीर में 5 जगहों पर छापेमारी - SIA raids five places in South Kashmir in terror funding case
Terror funding case : जम्मू-कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने आतंकी फंडिंग का पता लगाने के लिए बुधवार को दक्षिण कश्मीर में 5 स्थानों पर छापेमारी की। अनंतनाग में 3 स्थानों पर और कुलगाम में 2 स्थानों पर आतंकी फंडिंग मामले की चल रही जांच के संबंध में तलाशी ली गई।
 
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अनंतनाग में तीन स्थानों पर और कुलगाम में दो स्थानों पर आतंकी फंडिंग मामले की चल रही जांच के संबंध में तलाशी ली गई। यह मामला 19 नवंबर को अनंतनाग थाना में गैरकानूनी धारा 13, 17, 18, 20, 38 और 40 तथा भारतीय दंड संहिता की गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 120बी, 121ए, 121 के तहत दर्ज किया गया था। चार दिन बाद यह मामला एसआईए कश्मीर को स्थानांतरित कर दिया गया।
 
जांच का प्राथमिक फोकस जफर हुसैन भट उर्फ ​​खुर्शीद कश्मीरी पर है, जो सिरगुफवारा, अनंतनाग का निवासी और हिजबुल मुजाहिदीन के उप प्रमुख गुलाम नबी खान का करीबी सहयोगी है। दोनों लोगों को यूएपीए के तहत कुख्यात आतंकवादियों के रूप में नामित किया गया है, घोषित अपराधी घोषित किया गया है और जम्मू कश्मीर अफेक्टीज रिलीफ ट्रस्ट (जेकेएआरटी) मामले सहित राष्ट्रीय जांच एजेंसी के कई आतंकी फंडिंग मामलों में उनके खिलाफ इंटरपोल के रेड नोटिस तक जारी किए गए हैं।
 
एसआईए ने कहा कि खुर्शीद कश्मीरी पंडित संजय शर्मा हत्या मामले में भी वांछित है, जिसकी जांच एसआईए द्वारा की जा रही है, क्योंकि उसने अपने सहयोगियों के नेटवर्क के माध्यम से जम्मू और कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर अपराध के हथियार तथा अन्य हथियारों एवं गोला-बारूद की खेप की व्यवस्था करने व वितरित करने में उसकी भूमिका निभाई थी।
 
जांच में पाया गया है कि हिजबुल ने अपने प्रमुख मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ ​​सैयद सलाहुद्दीन और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल और ‘हिजबुल और लश्कर-ए-तैयबा’ (एलईटी) के संचालकों की सक्रिय मिलीभगत से भारत में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बनाए हैं।

अपने सक्रिय, गिरफ्तार आतंकवादियों, मारे गए आतंकवादियों के परिवारों और उनके सहयोगियों के लिए व्यवस्थित तथा नियमित रूप से वित्त पोषण की एक विस्तृत आतंक-वित्त पोषण योजना पर काम किया। प्रति सदस्य 15,000 रुपए की धनराशि का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बनाए रखना है।
 
एसआईए ने कहा कि खुर्शीद कश्मीरी घाटी में फैले अपने सहयोगियों के साथ आतंकवादी, गैरकानूनी, विध्वंसक और अलगाववादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए एचएम के सक्रिय और गिरफ्तार आतंकवादियों और उनके रिश्तेदारों को आतंक के पैसे जुटा रहा है, एकत्र कर रहा है, प्राप्त कर रहा है, परिवहन कर रहा है, वितरित कर रहा है।

जम्मू-कश्मीर और भारत के अन्य स्थानों पर भी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, भारत के प्रति असंतोष फैलाने तथा भारत के खिलाफ युद्ध छेड़कर देश की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देने के लिए भी उनकी मुहिम जारी है।
 
एसआईए ने कहा कि खुर्शीद कश्मीरी अपने सहयोगियों के साथ संवाद करने, उनकी गतिविधियों की योजना बनाने, उन्हें नियंत्रित करने और उन्हें क्रियान्वित करने और इन आतंकी फंडों के लाभार्थियों की सूची साझा करने के लिए वीओआईपी आधारित एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लिकेशन का उपयोग करता है।
 
एसआईए ने कहा कि आज की तलाशी के दौरान सेल फोन, पेन ड्राइव, सिम कार्ड, डेटा कार्ड, बैंक दस्तावेज, पासपोर्ट आदि जैसे कुछ महत्वपूर्ण डिजिटल और दस्तावेजी सबूत बरामद किए गए और जब्त कर लिए गए। गत 19 नवंबर को इस मामले में खुर्शीद कश्मीरी के करीबी सहयोगी माजिद अजीज लावी को पांच लाख रुपए की आतंकी फंडिंग के साथ गिरफ्तार किया गया था। (एजेंसी)
Edited By : Chetan Gour 
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