राम मंदिर पर तोगड़िया ने दिखाई ताकत, हजारों रामभक्त पहुंचे अयोध्या
अयोध्या। अंतरराष्ट्रीय विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया के अयोध्या जाने की मनाही के बावजूद वे हजारों समर्थकों के साथ अयोध्या पहुंच गए, जिसके बाद अयोध्या में गहमागहमी बढ़ गई, जबकि जिले में पहले से ही निषेधाज्ञा लागू है।
मंगलवार को संगठन के हजारों समर्थक व रामभक्त अयोध्या में रामकोट की परिक्रमा करने पर अड़ने के चलते पुलिस प्रशासन से झड़प के चलते पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा, जिसके बाद अयोध्या में स्थिति अनियंत्रित होते बची व संगठन के कार्यकर्ता व रामभक्त अपना रुख मोड़ते हुए सभा स्थल सरयू घाट की तरफ निकल पड़े, जहां तोगड़िया ने राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया व राम मंदिर आंदोलन के नाम पर तोगड़िया ने सरकार को शक्ति प्रदर्शन भी करा दिया!
सोमवार को देर शाम अयोध्या पहुंचे प्रवीण तोगड़िया के आने के बाद से ही हड़कंप मच गया, तोगड़िया के अयोध्या पहुंचते ही विभिन्न प्रांतों से आए संगठन के हजारों कार्यकर्ता व रामभक्त भी तोगड़िया के साथ हो गए। इनकी संख्या हजारों में होगी, इसका अनुमान स्थानीय प्रशासन को भी नहीं था, हालांकि जिले में पहले से ही निषेधाज्ञा लगी हुई थी, लेकिन फिर भी हजारों की संख्या में लोग अयोध्या पहुंच गए।
अयोध्या पहुंचे तोगड़िया ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि पहले तो हमारे आने पर ही रोक लगाई गई थी, किन्तु जब हम लोग आ ही गए तो हमारे राशन के ट्रकों को रोक दिया गया व अयोध्या की धर्मशालाओं में भी हमारे रामभक्तो को जगह रहने के लिए नहीं मिल रही है, जबकि उनमें काफी महिलाएं भी हैं। हमारे रामभक्त भोजन सामग्री न मिलने के कारण भूखे हैं, इसका जिम्मेजार स्थानीय प्रशासन है।
उन्होंने कहा कि जब हमारे कार्यकर्ता भूखे हैं तो हम भी भूखे रहेंगे और सरयू घाट स्थित परमहंस की समाधि के सामने ही खुले आसमान के नीचे अपने रामभक्त व कार्यकर्ताओं के साथ रात बिताएंगे, जिस पर प्रशासन के हाथ-पैर और फूल गए और कुछ देर के उपरांत राशन के ट्रकों को छोड़ दिया गया। सोमवार को तोगड़िया के घोषित कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन ने अयोध्या में कड़े सुरक्षा प्रबंध कर रखे थे, लेकिन तोगड़िया समर्थकों ने सुबह से ही अपनी गहमागहमी बढ़ा दी और रामकोट की परिक्रमा करने के लिए आगे बढ़ने लगे, जिसके चलते व्यापक सुरक्षाबल लगाया गया और रामकोट की परिक्रमा करने के लिए रोका जाने लगा, जिसके कारण पुलिस को बलपूर्वक रामभक्तों को रोकना पड़ा, जिसमें रामभक्तों ने एक बैरियर भी तोड़ दिया।
जिसके बाद लगा कि अयोध्या में अब स्थिति अनियंत्रित हो जाएगी, लेकिन रामभक्तों व तोगड़िया के समर्थकों ने अपना कार्यक्रम स्थगित करते हुए सभास्थल सरयू घाट की तरफ अपने कदम बढ़ा दिए, जहां तोगड़िया ने मोदी सरकार को राम विरोधी सरकार कहते हुए कहा कि भाजपा राम मंदिर बनवाना ही नहीं चाहती। हमारी मांग है कि जिस तरह से सरकार ने तीन तलाक व एससी-एसटी एक्ट के लिए कानून बनाया, उसी तरह से राम मंदिर निर्माण के लिए भी तुरंत कानून बनाएं, वहीं बाबरी मस्जिद के मुद्दई इक़बाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या में भीड़ होने के कारण मुसलमानों को काफी खतरा है।