नई दिल्ली। दशहरे के दिन दिल्ली-हरियाणा सीमा पर स्थित सिंघू बॉर्डर पर लखबीर सिंह की बेरहमी से हुई हत्या ने सभी को झकझौर दिया। पुलिस ने इस मामले में एक निहंग सतबीर सिंह को हिरासत में लिया। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने स्पष्ट कहा कि इस घटना का हमारे आंदोलन पर कोई असर नहीं होगा।
सिंघू बॉर्डर पर हुए मर्डर केस पर चर्चा के करते हुए राकेश टिकैत ने समाचार एजेंसी ANI से कहा कि जो भी वो गलत है। किसी ने उसे मार दिया और बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यह जांच का विषय है। इससे हमारे आंदोलन पर कोई असर नहीं होगा।
Whatever happened is wrong. Someone killed him and later the police arrested the killer. The matter is subject to investigation. It will not affect the our protest: BKU leader Rakesh Tikait on body of a man found at Singhu near Delhi-Haryana border pic.twitter.com/GScneZvdaU
— ANI (@ANI) October 16, 2021
इस बीच लखबीर के परिजनों ने दावा किया कि लखबीर सिंह एक नशेड़ी था और उन्हें यकीन है कि उसे सिंघू सीमा पर ले जाया गया होगा। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया है और उसका बायां हाथ कटा हुआ पड़ा है। निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृतक को सिखों की पवित्र किताब की बेअदबी के लिए सजा दी गई है।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगती सीमाओं पर तीन स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के साझा मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बताया कि इस नृशंस हत्या की जिम्मेदारी निहंगों के समूह ने ली है। उनका दावा है कि मृतक ने सिखों की पवित्र किताब सरबलोह ग्रंथ की बेअदबी करने की कोशिश की थी।