राज्यसभा उपसभापति चुनाव, अकाली दल ने बढ़ाई एनडीए की मुश्किलें, वोटिंग से रह सकती है बाहर
नई दिल्ली। राज्यसभा उपसभापति चुनाव के लिए सत्तारूढ़ एनडीए ने उम्मीदवार के नाम तय कर लिए हैं। विपक्षी दल मंगलवार को नामों पर अंतिम मुहर लगा सकती है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) के सांसद हरिवंश को राज्यसभा के उपसभापति के लिए उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। एनडीए की महत्वपूर्ण सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने पूर्व पत्रकार हरिवंश के नाम पर राजी नहीं है। वह अपना उम्मीदवार चाहती है।
सूत्रोंके अनुसार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हरिवंश के नाम पर सहमति के लिए शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाशसिंह बादल से खुद बात की है। सूत्रों के अनुसार अकाली दल उपसभापति चुनाव में वोटिंग के समय अनुपस्थित रह सकती है। पहली बार होगा जब अकाली दल एनडीए के साथ वोट नहीं करेगी। राज्यसभा में पार्टी के तीन सांसद हैं। उधर शिवसेना भी भाजपा से नाराज है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग के दौरान भी दूर रही थी।
अकाली और शिवसेना अगर एनडीए के पक्ष में वोट नहीं करती है तो उसके लिए चुनाव जीतना मुश्किल होगा। उच्च सदन में एनडीए के पास बहुमत नहीं है। उपसभापति पद का चुनाव कड़ा होगा, क्योंकि विपक्षी खेमे के पास भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए से संख्या बल अधिक है। चुनाव परिणाम बीजेडी, एआईएडीएमके, तेलंगाना राष्ट्र समिति और वाईएसआर कांग्रेस जैसी पार्टियों के रुख पर निर्भर करेगा, जो खास परिस्थितियों में सरकार के साथ गठजोड़ कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक 35 सदस्य विपक्ष के साथ हैं और परिणाम इन्ही पर निर्भर करेगा।