नई दिल्ली। केरल में बाढ़ का पानी उतरने के बाद राहत कार्यों में तेजी आ गई है लेकिन अब समूचा उत्तर भारत बारिश से बेहाल है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को पश्चिमी मध्य प्रदेश के मंदसौर, धार और देवास में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, भदोही, इलाहाबाद, कौशांबी, कानपुर, लखनऊ और आगरा में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
भारत के तीन बड़े राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा के पास एक सर्कुलेशन सिस्टम विकसित हो गया है। यह सिस्टम बंगाल की खाड़ी से नमी खींचते रहेंगे, जिसके चलते उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार, झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ के शहरों में भारी बारिश होने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, भदोही, इलाहाबाद, कौशांबी, कानपुर, लखनऊ, आगरा, मुजफ्फरपुर, पटना, सिवान, मधुबनी, सीतामढ़ी, गया, हजारीबाग, रांची, देवघर, दुमका सहित कई शहरों में मूसलधार वर्षा हो सकती है।
राजस्थान के झालावाड़ में आहू और परवन नदी के उफान में होने की वजह से कई गांवों का संपर्क आपस में टूट गया है। वहीं, मध्य प्रदेश में बारिश की वजह से चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदी के उफान में नागदा का चामुंडा मंदिर पूरी तरह पानी में डूब चुका है और देवी मां की प्रतिमा को मंदिर से बाहर निकालना पड़ा है।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शारदा नदी भी उफान पर है। नदी के तेज बहाव से धौरहरा में सड़क दो टुकड़ों में कट गई है जिससे आवागमन ठप हो गया है। गांव वालों को डर हैं कि कभी भी नदी का पानी गांव में घुस सकता है। इटावा जिले में गुरुवार दोपहर से हो रही तेज बारिश से जिला अस्पताल परिसर में पानी भर गया। इसके कारण मरीजों और उनके परिजनों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार को पश्चिमी मध्य प्रदेश के मंदसौर, धार और देवास में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, मौसम विभाग ने उत्तर के मिर्जापुर, भदोही, इलाहाबाद, कौशांबी, कानपुर, लखनऊ और आगरा में भारी बारिश की चेतावनी दी है। देश की राजधानी दिल्ली में भी आज तेज बारिश का अनुमान है। आज सुबह से ही दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में हल्की बारिश हो रही है।
उधर, केरल में बाढ़ का पानी उतरने के बाद राहत के काम ने तेजी पकड़ी है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने चेंगन्नूर के राहत कैंप का दौरा किया। केरल में मुख्यमंत्री राहत कोष में सिर्फ पोर्टल के माध्यम से अब तक 96 करोड़ रुपए की मदद भेजी जा चुकी है। मुख्यमंत्री राहत कोष में 14 अगस्त से 20 अगस्त के बीच अलग-अलग माध्यमों से कुल 212 करोड़ रुपए की मदद की गई है। (एजेंसी)