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Last Updated : शनिवार, 25 मार्च 2023 (13:45 IST)

राहुल गांधी ने बताया, क्यों लोकसभा में अयोग्य घोषित किया गया?

राहुल गांधी ने बताया, क्यों लोकसभा में अयोग्य घोषित किया गया? - rahul gandhi press conference after lok sabha mp disqualification
  • मैं सावरकर नहीं गांधी हूं, गांधी किसी से माफी नहीं मांगता।
  • भाजपा अडाणी को क्यों बचा रही है?
  • अडाणी के 20,000 करोड़ पर उठाए सवाल, कहा- सवाल पूछता रहूंगा।
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मेरे अगले भाषण से डरकर मुझे अयोग्य घोषित किया गया है। मैं जनता के हित में सरकार से सवाल पूछता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी तपस्या से कोई नहीं हटा सकता। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं सावरकर नहीं गांधी हूं, गांधी किसी से माफी नहीं मांगता।
 
उन्होंने कहा कि अडाणी और मोदी का रिश्ता नया नहीं है, जब मोदी जी गुजरात के मुख्‍यमंत्री बने थे तब के रिश्ते हैं। देश में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। मैंने अडाणी पर सवाल किए, एयरपोर्ट रूल बदलकर दिए गए हैं, मुझे लकर संसद में झूठ बोला गया, मेरे भाषण का हिस्सा हटाया गया। मुझे जवाब देने तक का मौका नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि इन्हीं सवालों के लिए राहुल गांधी जी पर हमला किया जा रहा है। जनता द्वारा चुने हुए जनसेवक ने जनता की तरफ से सवाल पूछे तो अडानी-सेवक ने जनसेवक की आवाज दबाने की साजिशें रच डालीं। लेकिन जनता की आवाज दबाई नहीं जा सकती। ये सवाल अब देश भर में गूंजेंगे और जवाब देना होगा।
 
उन्होंने कहा कि मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं, लड़ता रहूंगा। मैं किसी से नहीं डरता, मुझे इनसे डर नहीं लगता। मुझे लेकर संसद में झूठ बोला गया। मुझ पर झूठे मैंने कभी देश के खिलाफ नहीं बोला, सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा, देश में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है।
 
कांग्रस नेता ने कहा कि अडाणी मामले में पीएम मोदी डरे हुए हैं। उन्होंने सवाल किया कि अडाणी की कंपनी में 20 हजार करोड़ किसके हैं। पीएम मोदी अडाणी को बचा रहे हैं। जनता जानना चाहती है कि अडाणी को क्यों बचाया जा रहा है?

JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के संबंध में 24 घंटे के अंदर जिस प्रकार से फैसला लिया गया है वह दर्शाता है कि केंद्र सरकार हताशा में है। लोकतंत्र की प्रक्रिया होती है, कार्ट का फैसला चुनाव आयोग में जाता है। चुनाव आयोग के माध्यम से वे स्पीकर के पास जाता है। ये सारी प्रक्रिया 10 घंटे में करना दिखाता है कि इसमें केंद्र सरकार की भूमिका है।
 
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