कुछ ताकतें देश का सौहार्द बिगाड़ना चाहती हैं : राहुल गांधी
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने देश का सौहार्द बिगाड़ने के लिए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्यों को निशाने पर लेते हुए शनिवार को कहा कि कुछ ताकतें देश का सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर रही हैं।
गांधी ने गायिका शुभा मुद्गल को 2014-15 का राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार दिए जाने के अवसर पर कहा कि कुछ ताकतें देश का माहौल खराब करना चाहती हैं, लेकिन देशवासी उन ताकतों को अपने कुत्सित इरादों में कामयाब नहीं होने दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संगीत श्रोताओं के बीच मजबूत डोर का काम करता है और सुश्री मुद्गल के गीतों ने लोगों के बीच सौहार्द पैदा किया है। स्वर्गीय राजीव गांधी ने भी राजनीतिक जीवन में यही करिश्मा कर दिखाया था।
उन्होंने कहा, भारत ने आज जो कुछ हासिल किया है, वह देश के उन नागरिकों की बदौलत है जिन्होंने सौहार्द से जीने का रास्ता चुना है। दुर्भाग्यवश कुछ लोग ऐसे भी हैं जो विभाजन की रेखा खींचना चाहते हैं। ऐसे लोग देशवासियों के बीच जारी मजबूत बंधन को तोड़ने के लिए कार्य कर रहे हैं। वे सौहार्द बिगाड़ना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग भले ही थोड़े समय के लिए यह सोच सकते हैं कि वे अपने एजेंडे में सफल हो गए हैं, लेकिन उनकी 'सफलता' अल्पकालिक होगी।
इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वर्गीय गांधी को सद्भावना की प्रतिमूर्ति करार देते हुए कहा कि यदि सद्भावना भारत की पहचान है तो राजीव गांधी इसके बेहतरीन उदाहरण थे।
पुरस्कार संबंधी सलाहकार समिति के अध्यक्ष कर्ण सिंह ने कहा कि संगीत और सद्भावना के बीच स्पष्ट संबंध है और यही वजह है कि उन्होंने सुश्री मुद्गल को वर्ष 2014-15 के राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार के लिए चुना। इस मौके पर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा भी उपस्थित थे।
हालांकि स्वास्थ्य कारणों से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कार्यक्रम में मौजूद नहीं थीं। वे सर गंगाराम अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। इससे पहले श्रीमती गांधी ही यह पुरस्कार बांटा करती थीं। (वार्ता)