राहुल गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय
नई दिल्ली। राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया जाना लगभग तय लग रहा है जब कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) से उन्हें पदोन्नत करने के लिए सर्वसम्मत आवाज में पुरजोर ढंग से यह भावना व्यक्त की। कांग्रेस के इस सर्वोच्च निर्णय करने वाले निकाय की बैठक में सोनिया गांधी मौजूद नहीं थी।
बैठक के दौरान प्रथम वक्ता के रूप में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने राहुल गांधी द्वारा पार्टी का नेतृत्व संभालने की जरूरत को रेखांकित किया। एंटनी के सुझाव का पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत सीडब्ल्यूसी की बैठक में हिस्सा लेने वाले अन्य सभी सदस्यों ने समर्थन किया। चार घंटे तक चली इस बैठक में सदस्यों ने राहुल गांधी से 130 वर्ष पुरानी पार्टी की बागडोर संभालने की जरूरत बतायी। पार्टी की कमान अभी सोनिया गांधी संभाल रही हैं।
एंटनी ने संवाददाताओं से कहा कि सदस्यों ने कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों की इच्छा को स्वीकार करने की सर्वसम्मत एवं मजबूत भावना व्यक्त की जिनकी इच्छा है कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का पद ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह समेत सभी सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि वक्त आ गया है कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करें और कांग्रेस मोदी सरकार की ‘जनविरोधी और तानाशाही’ नीतियों पर सभी ताकतों को एकजुट करें। सीडब्ल्यूसी की बैठक की अध्यक्षता आज राहुल गांधी ने की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकी क्योंकि उनके बारे में कहा गया है कि वे अस्वस्थ है।
राहुल गांधी ने कहा कि देश के लिए संघर्ष करने के संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष और सीडब्ल्यूसी उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपते हैं, उसे वे पूरी तरह से स्वीकार करने को तैयार है। बता दें, 46 वर्षीय राहुल गांधी जयपुर में कांग्रेस सत्र के दौरान जनवरी 2013 में पार्टी उपाध्याक्ष नियुक्त किए गए थे। उनकी पदोन्नति के बारे में पिछले कुछ समय से कयास लगाये जा रहे हैं।
संवाददाता सम्मेलन में एंटनी और कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला उन सवालों को टाल गए कि राहुल गांधी अपनी मां से पार्टी की कमान कब संभालेंगे और क्या यह 19 नवंबर को होगा जिस दिन कांग्रेस ने इंदिरा गांधी की जयंती पर वृहद समारोह का आयोजन किया है। यह पूछे जाने पर कि राहुल की पदोन्नति क्या उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले होगी, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम काफी आशान्वित हैं। सोनिया गांधी 1998 से ही कांग्रेस अध्यक्ष है जब उन्होंने सीताराम केसरी से पदभार ग्रहण किया था।
इस बारे में कई सवालों का जवाब देते हुए एंटनी ने कहा कि यह पहला अवसर है जब सीडब्ल्यूसी ऐसी सिफारिश कर रही है। हमें विश्वास है कि कांग्रेस अध्यक्ष इस पर ठीक ढंग से ध्यान देंगी। सुरजेवाला ने कहा कि सीडब्ल्यूसी के सदस्य व्यक्तिगत तौर पर पार्टी अध्यक्ष से मिलेंगे और राहुल गांधी को पदोन्नति करने के बारे में अपनी सिफारिशों के संदर्भ में आगे की कार्रवाई करने को कहेंगे। सोनिया गांधी के निर्णय के बाद सीडब्ल्यूसी की बैठक फिर होगी और फिर इसका अनुमोदन किया जाएगा।
राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत किए जाने के बारे में काफी समय से मांग की जाती रही है। जयराम रमेश, वी नारायण सामी जैसे नेता इस बात पर जोर देते रहे हैं। एंटनी ने कहा कि सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपना उत्तराधिकारी मनोनीत नहीं करेंगीं। यह उनका निर्णय नहीं है। वह कांग्रेस अध्यक्ष को मनोनीत नहीं कर रही हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि यह पहली बार है जब सीडब्ल्यूसी ने ऐसी सिफारिश (राहुल गांधी को पदोन्नत) की है। कांग्रेस अध्यक्ष किसी कांग्रेस अध्यक्ष को मनोनित नहीं करेंगी। एआईसीसी की कांग्रेस कार्य समिति को इस बारे में फैसला करना है। ऐसा पहली बार है जब सम्पूर्ण कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हो रही है और सर्वसम्मति से यह सिफारिश की गई है कि राहुल गांधी कमान संभालें। (भाषा)