Rahul Gandhi : लोकसभा में राहुल गांधी होंगे विपक्ष के नेता, 'इंडिया’ गठबंधन की बैठक में फैसला
Rahul Gandhi Becomes The Leader Of Opposition In Lok Sabha : राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे। कांग्रेस के भीतर से लगातार उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की मांग सामने आती रही है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने पार्टी के इस फैसले के बारे में सूचित करते हुए लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर (अस्थायी अध्यक्ष) भर्तृहरि महताब को पत्र भेजा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर इंडिया गठबंधन के घटक दलों की नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने के बारे में घोषणा की।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इस लोकसभा चुनाव में रायबरेली और वायनाड दोनों सीट से जीते थे, लेकिन उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दिया जहां से उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा चुनाव लड़ेंगी।
राहुल गांधी ने 2004 में भारतीय राजनीति में कदम रखा और अपना पहला चुनाव अमेठी से लड़ा। यह वही सीट थी जिसका प्रतिनिधित्व उनकी मां सोनिया गांधी (1999-2004) और उनके दिवंगत पिता राजीव गांधी ने 1981-91 के बीच किया था। राहुल गांधी लगभग तीन लाख मतों के भारी अंतर से जीते। 2009 में वह फिर जीते लेकिन 2014 में उनकी जीत का अंतर कम हो गया और 2019 में ईरानी से हार गए।
गांधी को 2013 में कांग्रेस का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया और 16 दिसंबर, 2017 को उन्होंने पार्टी की कमान संभाली। लोकसभा चुनावों में हार के बाद उन्होंने मई 2019 में अध्यक्ष पद छोड़ दिया।
इसके बाद से राहुल ने देशभर में यात्राएं निकालीं। कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा के अलावा उन्होंने मणिपुर से मुंबई तक की भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी की। कांग्रेस नेताओं ने राहुल की इन पहलों की पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित करने के लिए सराहना की। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में 99 सीट जीती हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद एक कैबिनेट रैंक का पद है और इसके साथ तमाम लाभ जुड़े होते हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष कई महत्वपूर्ण समितियों जैसे सार्वजनिक लेखा, सार्वजनिक उपक्रम और इस्टीमेट्स वगैहरा का सदस्य होता है।
नेता विपक्ष की शक्तियां : कई संयुक्त संसदीय पैनलों में होने के अलावा, नेता प्रतिपक्ष कई चयन समितियों का भी हिस्सा होते हैं, जो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय एजेंसियों के प्रमुखों की नियुक्ति करती है। इसके साथ ही वह केंद्रीय सतर्कता आयोग और केंद्रीय सूचना आयोग जैसे वैधानिक निकायों के प्रमुखों की नियुक्ति करने वाली समितियों के भी सदस्य होते हैं।