भारत में एक साथ हों सभी चुनाव : राष्ट्रपति कोविंद
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बार-बार होने वाले चुनावों से विकास में बाधा पड़ने के मद्देनजर सभी चुनाव एक साथ कराने के उद्देश्य से राजनीतिक दलों के बीच सहमित बनाने के लिए संवाद बढ़ाने की जरूरत बताई है।
राष्ट्रपति ने संसद के बजट सत्र पर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में कहा कि जनता में देश के किसी न किसी हिस्से में लगातार होने वाले चुनावों से विकास बाधित होने और दूसरे विपरीत प्रभावों को लेकर चिंता है।
उन्होंने कहा कि गवर्नेंस के प्रति सजग लोगों में, देश के किसी न किसी हिस्से में लगातार हो रहे चुनाव से, पड़ने वाले विपरीत प्रभाव को लेकर चिंता है। बार-बार चुनाव होने से मानव संसाधन पर बोझ तो बढ़ता ही है, आचार संहिता लागू होने से देश की विकास प्रक्रिया भी बाधित होती है।
कोविंद ने कहा कि यह देखते हुए देश में एक साथ चुनाव कराने के विषय पर चर्चा और संवाद बढाया जाना चाहिए तथा सभी राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाई जानी चाहिए। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समय समय पर यह कहते रहे हैं कि बार बार चुनाव कराने से होने वाले खर्च तथा विकास कार्यों में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए देश में सभी चुनाव एक बार में ही कराए जाने चाहिए। (वार्ता)