1 करोड़ से अधिक FASTags जारी, डेली कलेक्शन 52 करोड़ रुपए के पार
नई दिल्ली। देश में FASTags को अनिवार्य करने से इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह का दैनिक मूल्य 30 लाख को पार करके 52 करोड़ रुपए पहुंच गया है। यह जानकारी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को दी।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार FASTag का कार्यान्वयन राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रियों के लिए एक सुरक्षित, सुचारू और निर्बाध यात्रा की दिशा में एक कदम था।
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि 15 दिसंबर से फॉस्टैग के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह के कार्यान्वयन के साथ, फास्टैग्स की बिक्री में काफी वृद्धि हुई है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा देश में 1.15 करोड़ से अधिक FASTags पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इसके अलावा प्रतिदिन 1 लाख से अधिक FASTags जारी किए जा रहे हैं।
मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने हाल ही में FASTag के रिचार्ज को सरल बनाने के लिए BHIM UPI ऐप को रिचार्ज के कई अन्य तरीकों में शामिल किया है। इसने किसी भी UPI पंजीकृत बैंक के माध्यम से FASTag के रिचार्ज के मुद्दे को हल किया है।