...तो भारत कर देगा पाक के परमाणु ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक
भारत की विदेश नीति के अनुसार किसी भी देश पर पहले हमला न करने का सिद्धांत है। इसके पहले भी कई बार भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह वादा किया है कि वह कभी भी किसी देश पर न्यूक्लियर हमला करने की पहल नहीं करेगा। लेकिन अमेरिकी थिंक टैंक कारनेजी के इंटरनैशनल कांफ्रेस में मैसाच्यूसेट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के जाने-माने न्यूक्लियर स्ट्रैटेजिस्ट विपिन नारंग ने दावा किया है कि साक्ष्य इसके विपरीत हैं।
नारंग के मुताबिक भारत पूरी कोशिश करेगा कि वह पाकिस्तान को पहला न्यूक्लियर अटैक करने का मौका न दे। लिहाजा पाकिस्तान से कभी भी न्यूक्लियर अटैक की आशंका पैदा होने पर भारत पहला हमला कर सकता है। नांरग के मुताबिक, ऐसा हमला करने के लिए भारत पाकिस्तान में किसी रिहायशी इलाकों को चुनने की जगह उसके परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है।
पाकिस्तान से परमाणु हमले की स्थिति में भारत परंपरागत जवाबी हमला करने के बजाए पाकिस्तान की परमाणू क्षमता को ही खत्म करने की तैयारी में है। नारंग के मुताबिक ऐसी आशंका में भारत का निशाना सिर्फ पाकिस्तान की परमाणु मिसाइल 'नस्र' के प्रक्षेपण ठिकानों पर ही नहीं होगा बल्कि यह कोशिश रहेगी कि वह पहले हमले में ही पाकिस्तान की परमाणु क्षमता को पूरी तरह से खत्म कर दे।
रक्षा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि ऐसे कदम से भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति में शुरुआत से ही भारत अपना पलड़ा भारी कर लेगा और उसे अपने किसी भी शहर पर परमाणू हमले का खतरा नहीं रहेगा।