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Last Updated : रविवार, 31 मई 2020 (21:33 IST)

पूर्वी लद्दाख में भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच कोई हिंसा नहीं, सेना ने सोशल मीडिया के वीडियो को नकारा

पूर्वी लद्दाख में भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच कोई हिंसा नहीं, सेना ने सोशल मीडिया के वीडियो को नकारा - No violence between Indian and Chinese soldiers in eastern Ladakh
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने भारत और चीन के सैनिकों के बीच टकराव का कथित वीडियो सामने आने के बाद रविवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वर्तमान में दोनों पक्षों के बीच कोई हिंसा नहीं हो रही है।
 
इसने सोशल मीडिया पर चल रहे उस वीडियो को खारिज किया जिसमें पूर्वी लद्दाख में चीनी और भारतीय सैनिक कथित तौर पर आपस में भिड़ते दिखाई देते हैं।
 
सेना ने एक बयान में कहा, ‘वीडियो में दिख रही चीजें प्रामाणिक नहीं हैं। इसे उत्तरी सीमाओं पर स्थिति से जोड़ने का प्रयास दुर्भावनापूर्ण है। वर्तमान में कोई हिंसा नहीं हो रही है।’ हालांकि, सेना ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या यह वीडियो पूर्व में हुए किसी टकराव का है।
 
बयान में कहा गया कि दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन पर स्थापित प्रोटोकॉल के तहत दोनों पक्षों के बीच मतभेदों का सैन्य कमांडरों के बीच वार्ता के माध्यम से समाधान किया जा रहा है।
 
बिना तारीख वाले वीडियो में पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिक कथित रूप से आपस में भिड़ते दिखाई देते हैं। भारतीय सैनिकों को पहुंची चोट दिखाने वाली अप्रमाणित तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर आई हैं।
 
सेना ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन पर स्थापित प्रोटोकॉल के अनुरूप सैन्य कमांडरों के बीच वार्ता के माध्यम से मतभेदों का समाधान किया जा रहा है।’
 
बयान में कहा गया, ‘हम राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव डालने वाले मुद्दों को सनसनीखेज बनाने के प्रयासों की कड़ी निंदा करते हैं। मीडिया से आग्रह है कि वह दृश्य सामग्री को प्रसारित न करे जिससे सीमाओं पर मौजूदा स्थिति के खराब होने की आशंका है।’
 
पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो, गलवान घाटी, देमचोक और दौलत बेग ओल्डी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच तीन सप्ताह से अधिक समय से गतिरोध जारी है, जिसे 2017 के डोकलाम गतिरोध के बाद सबसे बड़ी सैन्य तनातनी माना जा रहा है।
 
स्थिति तब बिगड़ गई जग पैंगोंग त्सो क्षेत्र में 5 मई की शाम भारत और चीन के लगभग 250 सैनिकों के बीच हिंसक टकराव हुआ, जिसमें दोनों देशों के 100 से अधिक सैनिक घायल हो गए।
 
पैंगोंग त्सो के आसपास फिंगर क्षेत्र में भारत द्वारा एक महत्वपूर्ण सड़क बनाए जाने और गलवान घाटी में दारबुक-शयोक-दौलत बेग ओल्डी को जोड़ने वाली एक और महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण पर चीन का कड़ा विरोध टकराव का कारण बना।
 
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि विवाद के समाधान के लिए चीन के साथ सैन्य और राजनयिक स्तर पर द्विपक्षीय वार्ता जारी है। (भाषा) (फाइल फोटो)