डाकघर की इस योजना में मिलता है बैंक से ज्यादा ब्याज
आम आदमी थोड़ी-थोड़ी बचत कर पैसा भविष्य के लिए सुरक्षित रखता है। वह ब्याज के लिए इन रुपयों को बैंकों में रखता है, लेकिन नोटबंदी के बाद कई बैंकों ने बचत खाता और अन्य कई योजनाओं में ब्याज दरों को घटा दिया है। ऐसे में डाकघर की बचत योजनाएं रुपए के निवेश के लिए अच्छा विकल्प हो सकती हैं।
ऐसी कई योजनाएं हैं जिनमें बैंकों से अधिक ब्याज मिलता है। कई योजनाओं में आयकर के तहत छूट भी मिलती है। ऐसे ही एक योजना है। कुछ वर्षों पहले तक इस योजना में सर्टिफिकेट दिया जाता था, लेकिन 1.7.2016 से राष्ट्रीय बचत पत्र पासबुक के रूप में जारी किए जाते हैं।
राष्ट्रीय बचत पत्र के मुख्य बिंदु
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राष्ट्रीय डाकघर की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक इसकी ब्याज दर 7.9 प्रतिशत है
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1.4.2017 के बाद खरीदे गए 100 रुपए के बचत-पत्र का परिपक्वता मूल्यक पांच साल के पश्चात 146.25 रुपए होगा।
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न्यूनतम 100 रुपए। अधिकतम सीमा नहीं।
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जमाएं आयकर अधिनियम की धारा 80सी के अंतर्गत कर में छूट की पात्र हैं।
अन्य विशेषताएं
- एकल धारक प्रकार का बचत-पत्र किसी वयस्क व्यक्ति द्वारा स्वयं के लिए अथवा किसी अवयस्क की ओर से अथवा अवयस्क के लिए खरीदा जा सकता है।
वार्षिक रूप से मिलने वाला ब्याज जिसे पुनर्निवेश किया जाना है, उसमें भी आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के अंतर्गत छूट मिलती है।