भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के चंद्रयान-2 मिशन की अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने भी जमकर सराहना की है। नासा ने कहा कि अंतरिक्ष कठिन है। हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ISRO के चंद्रयान-2 मिशन को उतारने के प्रयास की सराहना करते हैं। आपने अपनी यात्रा से हमें प्रेरित किया है।


उल्लेखनीय है कि चांद की सतह से 2.1 किमी की ऊंचाई पर लैंडर विक्रम अपने तय रास्ते से भटक गया और इसरो से इसका संपर्क टूट गया। हालांकि इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि चंद्रयान-2 मिशन अपने लक्ष्य में 100 फीसदी सफलता के करीब रहा। उन्होंने कहा कि अगले 14 दिनों में विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जाएगी। विक्रम लैंडर का आखिरी चरण ठीक नहीं रहा, जिसकी वजह से विक्रम से हमारा संपर्क टूटा। उन्होंने कहा कि उम्मीद की किरण अभी बाकी है।